शाजापुर में श्रीराम फेरी पर पथराव के बाद तनाव, कई इलाकों में धारा 144 लागू, 24 के खिलाफ FIR
घटना के बाद बड़ी संख्या में हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता थाने पहुंच गए। प्रदर्शनकारियों ने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और उनके मकानों पर बुलडोजर चलाने की मांग की।
शाजापुर। मध्य प्रदेश के शाजापुर में श्रीराम फेरी (अक्षत यात्रा) पर पथराव का मामला सामने आया है। पथराव की घटना के बाद शाजापुर में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। हालात को देखते हुए प्रशासन ने मगरिया, लालपुर और काछीवाड़ा में धारा 144 लागू की है। वहीं, 24 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की गई है और उनकी धर पकड़ की कार्रवाई भी जारी है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक युवाओं की टोली शाम के वक्त शाजापुर शहर के मगरिया इलाके में कीर्तन करते हुए अक्षत बांटने का काम कर रही थी। इसी दौरान जब यह रैली मगरिया के मोती मस्जिद क्षेत्र में पहुंची तो यहां चौराहा पर इन युवाओं का कुछ लोगों से विवाद हो गया। नारेबाजी से शुरू हुआ यह विवाद थोड़ी देर में पथराव में तब्दील हो गया।
रैली पर पथराव होते ही भगदड़ की स्थिति बन गई। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर बड़ी संख्या में हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए। बाद में से स्थानीय बीजेपी विधायक अरुण भीमावद के साथ कोतवाली थाने पहुंचे और हंगामा करने लगे। वे आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और उनके मकानों पर बुलडोजर चलाने की मांग कर रहे थे। अधिकारियों की समझाइश के बाद मामला किसी तरह शांत हुआ।
बताया जा रहा है कि श्रीराम फेरी सोमवार शाम साढ़े 7 बजे काछीवाड़ा चौक से शुरू हुई थी। जिसमें हिंदू संगठन से जुड़े युवा अयोध्या में राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए पीले अक्षत बांटे रहे थे। साथ ही भजन कीर्तन करते हुए निकल रहे थे। इसी दौरान यह घटना हुई। पथराव की सूचना मिलते ही कोतवाली थाना टीआई बृजेश मिश्रा और पुलिस बल मौके पर पहुंचा और स्थिति को संभाला।
इस मामले में देर रात उज्जैन संभाग के कमिश्नर संजय गोयल और रेंज के आईजी संतोष कुमार सिंह भी शाजापुर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। पुलिस अधीक्षक के यशपाल सिंह राजपूत ने बताया कि इस पूरे मामले में 24 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की गई है और उनकी धर पकड़ की कारवाई जारी है।