एकनाथ शिंदे को 20 मई को ही दिया गया था CM बनने का ऑफर, आदित्य ठाकरे का बड़ा दावा

आदित्य ठाकरे ने दावा किया कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे को 20 मई को मुख्यमंत्री बनने का प्रस्ताव दिया था, उस वक्त शिंदे टालमटोल कर रहे और कोई जवाब नहीं दिया, लेकिन ठीक एक महीने बाद ही बगावत शुरू कर दी

Updated: Jun 27, 2022, 03:18 AM IST

मुंबई। महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच बागी कैंप के नेता एकनाथ शिंदे चौतरफा घिरे हुए हैं। उद्धव ठाकरे और संजय राउत के बाद अब आदित्य ठाकरे ने भी शिंदे को निशाने पर लिया है। पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा है कि शिवसेना की गंदगी साफ हो गई। उन्होंने यह भी दावा किया कि शिंदे को पिछले महीने से सीएम पद का ऑफर दिया गया था।

आदित्य ठाकरे ने कहा, '20 मई को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे को फोन किया और उनसे कहा कि अगर आप सीएम बनना चाहते हो तो बन जाइए। वह मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं, लेकिन उस समय उन्होंने ड्रामा किया और रोने लगे। ठीक एक महीने बाद, उन्होंने बगावत कर दी।'

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पर्यटन मंत्री ने आगे कहा कि, 'मैंने सुना था कि कुछ चल रहा है और ठीक एक माह बाद 20 जून को शिंदे और उनके समूह ने बगावत शुरू कर दी।' उन्होंने कहा कि अच्छा हुआ कि शिवसेना को सारी गंदगी से खुद ही छुटकारा मिल गया और अब यह साफ हो गई है। शिंदे को चेतावनी देते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा कि मुंबई एयरपोर्ट से विधानसभा जाने का रास्ता वर्ली से ही होकर गुजरता है। दरअसल, वर्ली शिवसेना का गढ़ माना जाता है और यहां से ही पहली बार आदित्य ठाकरे चुनाव लडे थे।

शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि बागी विधायकों में अगर दम है तो अपनी सीट छोड़ें और दोबारा चुनाव का सामना करें। राउत ने कहा कि अगर बागी विधायक सच्चे हैं तो साहस दिखाएं और अपनी सीट छोड़ें और शिवसेना का सामना करें और हमारे खिलाफ चुनाव लड़ें। हम उन्हें हरा देंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि विधायकों को 50 करोड़ रुपये दिए गए हैं।