सिंघु बॉर्डर पर धरा गया शख्स पुलिस हिरासत में बयान से पलटा, किसानों ने कहा केंद्र के डर से लिया यू टर्न

शुक्रवार रात किसानों ने जिस कथित शूटर को पकड़कर मीडिया के सामने पेश किया था, आज उसने किसानों पर ही गंभीर आरोप लगा दिया, किसानों का आरोप है कि केंद्र सरकार ने डराकर बयान बदलवाया होगा

Updated: Jan 23, 2021, 11:37 AM IST

नई दिल्ली। सिंघु बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों ने जिस संदिग्ध को पकड़ कर घिनौनी साज़िश का पर्दाफाश किया था वह युवक अब अपने बयान से पलट गया है। युवक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मीडिया के सामने जो बातें कही थी उससे यू-टर्न लेकर अब दावा किया है कि उसने मीडिया के सामने सारी बातें किसानों के दबाव में कही थीं।

दरअसल, जिस युवक के साथ कल किसानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी उसका आज एक वीडियो सामने आया है। वीडियो में वह कहा रहा है कि, 'मैं सोनीपत का योगेश सिंह 19 जनवरी को मामा के यहां गया था। उसी दिन शाम चार बजे मैं कोंडली क्षेत्र में जा रहा था। इस दौरान मैने सिर्फ इतना झूठ बोला कि यहां पर कोई लड़की छेड़ रहा है। इसके बाद प्रदर्शनकारी मुझे ले गए और कैंप में पेंट उतारकर खूब पिटाई की।'

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कथित शूटर ने आगे कहा, 'अगले दिन मुझे बोला गया कि जो कहा जाए वह करो। मैने इसे मान लिया। इसके बाद उन्होंने मुझे खाना खिलाया और कहा कि जैसे कहा जाए वैसे बोलो। इसके बाद रात में शराब पिलाकर मेरी पिटाई की गई और वीडियो बनाया। मेरे साथ चार लड़के पकड़े गए। इनमें एक का नाम सागर था। उसने बताया कि बिना कुछ किए पिटाई कर रहे हैं। बाद में मुझे बताया गया कि उसे मार दिया गया है। इस वजह से मैं प्रेस के सामने झूठ बोलने के लिए विवश हो गया।'

हालांकि दिल्ली पुलिस ने अब तक इस वीडियो की पुष्टि नहीं की है। वहीं कथित शूटर के अपने बयान से पलटने के बाद किसानों की तरफ से भी प्रतिक्रियाएं आई हैं। किसानों का कहना है कि शूटर ने पुलिस को सौंपे जाने के बाद केंद्र सरकार के डर से अपना बयान पलटा है। सरकार और पुलिस के डर से कोई कुछ भी बोल सकता है। बहरहाल, इस शख्स का दूसरा वीडियो के सामने के बाद यह मामला और पेचीदा हो गया है।

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शुक्रवार को देर रात किसानों ने मीडिया के सामने एक नकाबपोश युवक को पेश किया था। उस शख्स ने मीडिया के सामने खुलासा किया कि उसे चार किसान नेताओं की गोली मारकर हत्या करने की साज़िश के तहत भेजा गया था। इतना ही नहीं, आरोपी ने यह भी  बताया था कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों की ट्रैक्टर परेड में हिंसा भड़काने का षड्यंत्र भी रचा गया है और वह उस साज़िश में भी शामिल है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान युवक ने मीडिया के सामने दावा किया था, 'हमारा प्लान यह था कि जैसे ही किसान ट्रैक्टर मार्च को लेकर दिल्ली के अंदर घुसने की कोशिश करेंगे तो दिल्ली पुलिस इन्हें रोकगी। इसके बाद हम पीछे से फायरिंग करेंगे ताकि पुलिस को लगे कि गोली किसानों की तरफ से चलाई गई है। रैली के दौरान कुछ लोग पुलिस की वर्दी में भी होंगे ताकि किसानों को तितर बितर किया जा सके।' नकाबपोश शख्स ने यह भी कहा था कि इस साज़िश में प्रदीप सिंह नाम के एक शख्स की अहम भूमिका है, जो खुद को सोनीपत के राई थाने का SHO बताता है।