डिजिटल महाकुंभ कराने वाले लोग मृतकों की डिजिट तक नहीं दे पा रहे हैं, लोकसभा में बोले अखिलेश यादव

सपा प्रमुख ने कहा कि मेरी मांग है कि महाकुंभ की व्यवस्थाओं पर स्पष्टीकरण के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए। महाकुंभ आपदा प्रबंधन और खोया-पाया केंद्र की जिम्मेदारी सेना को दी जाए।

Updated: Feb 04, 2025, 02:57 PM IST

नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र का आज चौथा दिन है। लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा के दौरान सपा सांसद अखिलेश यादव केंद्र सरकार पर जमकर बरसे। सपा सुप्रीमो ने महाकुंभ हादसे को लेकर कहा कि डिजिटल महाकुंभ कराने वाले लोग मृतकों की डिजिट तक नहीं दे पा रहे हैं।

अखिलेश ने लोकसभा में अपने संबोधन के शुरुआत में महाकुंभ हादसे पर 2 मिनट मौन की मांग की। हालांकि, स्पीकर ओम बिरला ने इससे इनकार कर दिया। इसपर अखिलेश यादव ने कहा कि अगर सत्ता पक्ष के मन में अपराध बोध नहीं है तो आंकड़े छिपाए क्यों जा रहे हैं। डिजिटल कुंभ कराने वाले मृतकों की मौत की डिजिट नहीं बता पा रहे हैं। खोया-पाया केंद्र ही नहीं मिल रहा है।

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सपा अध्यक्ष ने आगे कहा कि महाकुंभ में लोगों के चप्पलें-जूते और कपड़े बिखरे थे। यूपी के सीएम ने दुख नहीं प्रकट किया, जब सब जगह मौतों की बात आ गई तो उन्होंने 17 घंटे बाद इसे बताया। पहले अखाड़ों का स्नान रद्द कर दिया और जब पूरे देश में ये बात उठी तो फिर स्नान कराया।

अखिलेश यादव ने कहा कि महाकुंभ में डबल इंजन सरकार फेल हो गई। एक इंजन कभी दूसरे इंजन को नमस्कार नहीं करता। इसलिए इसकी जिम्मेदारी सेना को सौंपी जानी चाहिए। प्रयागराज में लाशें पड़ी रहीं और फूल बरसाए जा रहे थे, ये शर्मनाक बात है। जेसीबी से लाशें हटाई गईं। सरकार बताए लाशें कहां फेंकी गई हैं । कुंभ हादसे के लिए जिम्मेदार पर कार्रवाई होनी चाहिए।