हरियाणा में MP एटीएस की टीम पर हत्या का केस, होटल से युवक को नीचे फेंकने का है आरोप

टेरर फंडिंग के मामले के आरोपी की हिरासत में मौत पर हरियाणा पुलिस ने मध्य प्रदेश एटीएस टीम पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया। एडीजी इंटेलीजेंस योगेश देशमुख ने एटीएस टीम के 9 सदस्यों को सस्पेंड किया है।

Updated: Jan 10, 2025, 02:13 PM IST

भोपाल। टेरर फंडिंग के मामले में हिरासत के दौरान एक आरोपी की मौत के मामले में हरियाणा पुलिस ने मध्य प्रदेश एटीएस की टीम पर हत्या का मामला दर्ज किया है। हरियाणा पुलिस ने मृतक हिमांशु के चाचा चंदन कुमार की शिकायत पर यह कार्रवाई की है। उधर कार्रवाई में लापरवाही से हिरासत में मौत के मामले में एडीजी इंटेलीजेंस योगेश देशमुख ने एटीएस टीम में शामिल सभी नौ सदस्यों को निलंबित कर दिया है। टीम में इंस्पेक्टर सहित हेड कांस्टेबल और आरक्षक शामिल हैं।

दरअसल, मध्य प्रदेश एटीएस की नौ सदस्यीय टीम टेरर फंडिंग के मामले में पड़ताल के लिए हरियाणा के सोहना गई थी। टीम ने वहां कुछ लोगों को हिरासत में लिया था और सोहना के एक होटल में सभी से पूछताछ की जा रही थी। एटीएस ने दावा किया है कि पूछताछ के दौरान मंगलवार की दोपहर हिरासत में लिए गए मृतक हिमांशु ने बाथरूम जाने का कहा।

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एटीएम के मुताबिक वह तीसरी मंजिल की गैलरी में आया और वहां से भागने की फिराक में उसने बिजली केबल को पकड़कर छलांग लगाने की कोशिश की। लेकिन वह तार को नहीं पकड़ पाया और सीधे नीचे गिर गया। गंभीर हालत में उसे हॉस्पिटल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई।

हरियाणा पुलिस को घटना की जानकारी स्थानीय हॉस्पिटल से मिली थी। बताया जा रहा है कि एटीएस ने इस पूरी कार्रवाई की सूचना स्थानीय थाना पुलिस को नहीं दी थी। उधर इस मामले की न्यायिक जांच भी शुरू हो गई है। सोहना पुलिस होटल के सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग की जांच कर रही है ताकि घटना के सही कारणों का पता चल सके।

मृतक हिमांशु के परिजनों ने एटीएस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। हिमांशु के चाचा चंदन कुमार ने सोहना पुलिस को दी शिकायत में कहा कि हिमांशु दिल्ली में पढ़ाई कर रहा था और सेना में भर्ती की तैयारी कर रहा था। उन्होंने आरोप लगाया कि मप्र एटीएस ने हिमांशु और उसके साथियों को होटल में रखा और फिर उसे तीसरी मंजिल से फेंक दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। एटीएस के पास हिमांशु को हिरासत में लेने के लिए कोई वारंट भी नहीं था।