मंदिरनुमा केक से आहत हुईं बीजेपी नेताओं की भावनाएं, कमल नाथ को बताया नास्तिक

18 नवंबर को कमलनाथ के 76वें जन्मदिन पर छिंदवाड़ा में उनके समर्थकों ने मंदिरनुमा केक बनवाया है, जिसे लेकर वे भोपाल तक आए.. लेकिन बीजेपी को कांग्रेस नेता समर्थकों का यह प्रेम रास न आया

Updated: Nov 16, 2022, 04:07 PM IST

छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ आगामी 18 नवंबर को 76 वर्ष के हो जाएंगे। कमलनाथ समर्थकों ने जन्मदिन से पहले ही जश्न मनाना शुरू कर दिया है। पूर्व सीएम भी अपने समर्थकों के साथ बुधवार को केक काटते नजर आए। हालांकि, कमलनाथ की केक कटिंग प्रोग्राम से भाजपा नेताओं की भावनाएं आहत हो गई।

दरअसल, छिंदवाड़ा दौरे के दौरान कमलनाथ के कुछ समर्थक बड़ा सा केक लेकर आए थे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मंदिरनुमा केक बनवाई थी। जिसके ऊपर केक से ही हनुमान जी की प्रतिमा बनाई गई थी। यह केक भगवान हनुमान में कमलनाथ की श्रद्धा को दर्शाने के लिए बनाया गया था। इसके साथ एक छोटा केक भी था। कार्यकर्ताओं का मन रखने के लिए कमलनाथ को केक काटना पड़ा। हालांकि, उन्होंने पास रखे छोटे केक पर चाकू लगाया।

सोशल मीडिया पर इसका वीडियो सामने आने के बाद अब भाजपा नेताओं की भावनाएं आहत होने लगी है। कृषि मंत्री कमल पटेल ने इसपर आपत्ति जताते हुए कहा कि कमलनाथ नास्तिक हैं। वहीं भाजपा प्रवक्ता आशीष अग्रवाल ने कहा कि, 'सनातन धर्म के आराध्यों को तोड़ने और काटने का मंसूबा जब मुगलों का सच नहीं हो पाया तो कमलनाथ जी का कैसे हो पाएगा। वो तो हिन्दू धर्म की सहिष्णुता है जो वे ऐसे कृत्य करके भी बच जाते हैं। अन्यथा मैं चुनौती देता हूं कि वे अगर किसी दूसरे धर्म के आराध्य का केक काटा होता तो सिर धड़ से अलग करने के नारे लग जाते। कमलनाथ को सनातन धर्म से माफी मांगनी चाहिए।'

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कांग्रेस मीडिया विभाग की उपाध्यक्ष संगीता शर्मा ने बीजेपी के आरोपो पर पलटवार करते हुए कहा कि, 'बीजेपी के पास कोई मुद्दा नहीं है। इसलिए भावनाओं को भड़काने वाले मामले खोजकर उन्हीं को मुद्दा बनाने की कोशिश करते हैं। कमलनाथ जी हनुमानजी के भक्त हैं । उनके समर्थक ने एक केक लेकर गए थे, जिस पर भगवान बने थे। उन्होंने वह केक नहीं काटा। उन्होंने दूसरा केक काटा है । भारतीय जनता पार्टी के पास कोई मुद्दा नहीं होता। पार्टी केवल धार्मिक भावनाएं भड़काने वाले मुद्दे लेकर आते हैं इन्हीं मुद्दों के आधार पर ये अपनी दुकान चलाने का कार्य करते हैं। जब चुनाव आता है और हम इन चीजों को गंभीरता से नहीं लेते हैं। भारतीय जनता पार्टी बहुत ही निम्न और घटिया राजनीति का परिचय दे रही है।'