MP: खरीफ सीजन में खाद की किल्लत से किसान परेशान, छिंदवाड़ा में वितरण केंद्र पर लगी लंबी कतार

जब यह सर्वविदित है कि इस समय किसानों को खाद की आवश्यकता पड़ती है तो पहले से समुचित खाद का भंडारण किया जाना चाहिए था और उसके सुचारु विपणन की व्यवस्था भी की जानी चाहिए थी।

Updated: Jul 16, 2025, 05:38 PM IST

भोपाल/छिंदवाड़ा। खरीफ सीजन में मध्य प्रदेश में यूरिया और डीएपी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। खाद की सप्लाई धीमी होने और डिमांड बढऩे के कारण वितरण केंद्रों में सुबह से कतार लग रही है। पुरुष खेत में काम कर रहे हैं तो महिलाएं खाद जुटाने के लिए खरीदी केंद्रों में कतार में खड़ी हो रही हैं। पूरे प्रदेश में खाद की उपलब्धता कम होने के कारण विभिन्न संगठन और किसान विरोध प्रदर्शन पर उतर आए हैं।

छिंदवाड़ा में वितरण केंद्रों पर सुबह से लंबी कतारें देखी जा रही है। आलम ये है कि घंटों लाइन में लगे रहने के बावजूद किसानों को खाद नहीं मिल पा रहा। छिंदवाड़ा शहर का एक वीडियो सामने आया है जिसमें देखा जा सकता है कि बड़ी संख्या में लोग खाद के लिए कतार में खड़े हैं। वहीं, खाद न मिलने से आक्रोशित किसान सड़क पर बैठ गए।

वीडियो साझा कर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, 'छिंदवाड़ा सहित पूरे प्रदेश में खाद का संकट गहराता जा रहा है। सुबह से ही किसान लंबी-लंबी कतारों में खाद वितरण केंद्र पर खड़े हो जा रहे हैं, लेकिन उन्हें खाद नहीं मिल पा रहा है। यह वीडियो छिंदवाड़ा शहर का है, जहाँ किसानों की इतनी लंबी क़तार लगी है लेकिन उन्हें खाद नहीं मिल रहा है। दुख की बात यह है कि किसानों को खाद देने की जगह प्रशासन उनके ऊपर सख्ती कर रहा है और उन्हें ज़बरन हटा रहा है। इससे पीड़ित होकर किसान सड़क पर ही बैठ गए।'

कमलनाथ ने आगे कहा, 'मैं प्रशासन से माँग करता हूँ कि छिंदवाड़ा के किसानों को तत्काल सुविधाजनक रूप से ससम्मान खाद उपलब्ध कराया जाए। जब यह सर्वविदित है कि इस समय किसानों को खाद की आवश्यकता पड़ती है तो पहले से समुचित खाद का भंडारण किया जाना चाहिए था और उसके सुचारु विपणन की व्यवस्था भी की जानी चाहिए थी। लेकिन ऐसा लगता है कि भाजपा सरकार ने किसानों को परेशान करना ही अपना कर्तव्य समझ लिया है। कांग्रेस पार्टी किसानों के साथ हो रहे इस अत्याचार को बर्दाश्त नहीं करेगी। देश के अन्नदाता का अपमान किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।'

पूर्व सीएम कमलनाथ ने एक और वीडियो साझा किया है जिसमें एक किसान यह कहते देखा जा सकता है कि कांग्रेस की सरकार में खाद की किल्लत नहीं होती है। कमलनाथ ने एक्स पोस्ट में लिखा है कि, 'छिंदवाड़ा की जनता खाद संकट से इतनी त्रस्त है कि उसे पुराने दिन याद आने लगे हैं। लोग ख़ुद बता रहे हैं कि कांग्रेस सरकार में खाद वितरण की स्थिति सुचारु थी और लोगों को बिना परेशानी के खाद मिल जाता था। मेरा हमेशा से मानना है कि अगर नीयत साफ तो हर काम संभव है। क्योंकि भाजपा की सरकार किसान विरोधी है, इसलिए वह कभी भी ऐसी नीति नहीं बनाती जिससे किसान को फ़ायदा हो।'

कमलनाथ आगे लिखते हैं, 'यही वजह है कि किसानों को इस समय खाद प्राप्त करने में भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। इससे पहले जानबूझकर मूंग की ख़रीदी को लंबे समय तक लटकाया गया। और यह तो किसान भाइयों को अच्छी तरह याद है कि गेहूं और धान पर जो समर्थन मूल्य देने का वादा भाजपा ने चुनाव में किया था, उसे आज तक पूरा नहीं किया। झूठे वादे करना और फिर उनसे मुकर जाना भाजपा का स्वभाव है। मैं इन किसान भाइयों को आश्वस्त करता हूँ कि समय आने पर सत्ता में बदलाव होगा और कांग्रेस पार्टी किसानों के दुख-दर्द दूर करेगी।'