गुरुवार को संसद से विजय चौक तक होगा विपक्षी दलों का मार्च, संयुक्त प्रेस वार्ता भी प्रस्तावित

अगर अनुमति मिलती है तो विपक्षी दलों का यह मार्च कांस्टीट्यूशन क्लब भी जाएगा

Updated: Apr 05, 2023, 12:10 PM IST

नई दिल्ली। अडानी मामले और राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द किए जाने को लेकर विपक्षी दल गुरुवार को मोदी सरकार के विरुद्ध अपना शक्ति प्रदर्शन करेंगे। विपक्षी एकजुटता दर्शाने और मोदी सरकार की नीतियों के विरुद्ध अपना विरोध दर्ज कराने के लिए तमाम विपक्षी दलों के नेता संसद से विजय चौक तक मार्च निकालेंगे। मार्च के बाद विपक्षी दलों की एक संयुक्त प्रेस वार्ता भी प्रस्तावित है।

एक समाचार एजेंसी ने अपने सूत्रों के हवाले से बताया है कि बुधवार को तमाम विपक्षी दल संसद परिसर से लेकर विजय चौक तक मार्च निकाल सकते हैं। इस दौरान विपक्षी नेता हाथों में तिरंगा लेकर पैदल यात्रा करेंगे। वहीं विपक्षी दलों को अगर अनुमति मिलती है तो वह यह पदयात्रा को कांस्टीट्यूशन क्लब लेकर जाएंगे। इसके साथ ही विपक्षी दल एक संयुक्त प्रेस वार्ता भी आयोजित कर सकते हैं। 

विपक्ष लगातार मोदी सरकार से अडानी मामले पर जेपीसी के गठन की मांग कर रहा है। वहीं राहुल गांधी को संसद की सदस्यता से अयोग्य करार दिए जाने के मामले पर भी कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल मोदी सरकार पर हमलावर हैं। पिछले महीने, 15 मार्च को ही कुल 17 विपक्षी दलों के नेताओं ने संसद भवन से ईडी दफ्तर तक मार्च निकाला था। लेकिन विपक्षी दलों के नेताओं को विजय चौक पर ही धारा 144 का हवाला देकर रोक लिया गया था। 

इससे पहले मंगलवार को राहुल गांधी ने अडानी मामले में एक बार फिर मोदी सरकार पर हमला बोला था। कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में शिरकत करने पहुंचे राहुल गांधी से जब मीडिया ने बीजेपी के आरोपों पर सवाल किया था तब राहुल गांधी ने कहा था कि सबसे बड़ा सवाल यही है कि आखिर अडानी की शेल कम्पनियों में रखे बीस हजार करोड़ रुपए किसके हैं? यह बेनामी पैसा किसका है?