इंदौर RTO में व्याप्त भ्रष्टाचार दिखाना पड़ा भारी, रिपोर्टर और कैमरामैन को गुंडों ने बंधक बनाकर पीटा
इंदौर RTO में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर रिपोर्ट करने पर न्यूज 24 के रिपोर्टर हेमंत शर्मा के साथ मारपीट, आरोपियों ने कैमरामैन को भी बंधक बनाकर पीटा, दोनों अस्पताल में भर्ती
इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर RTO में चल रही दलाली की सच्चाई दिखाने की कीमत अब पत्रकारों को चुकानी पड़ रही है। यहां भ्रष्टाचार को लेकर रिपोर्ट करना न्यूज 24 के एक रिपोर्टर को भारी पड़ गया। RTO के दलालों ने पत्रकार हेमंत शर्मा और उनके कैमरामैन को बंधक बनाकर बेरहमी से पिटाई की। घायल स्थिति में दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जानकारी के अनुसार न्यूज 24 के इंदौर संवाददाता हेमंत शर्मा पिछले कुछ दिनों से RTO की दलाली को लेकर रिपोर्टिंग कर रहे थे। शुक्रवार को भी वह दलाली से जुड़ी बड़ी ग्राउंड रिपोर्ट करने वाले थे। लेकिन जैसे ही उन्होंने वाहन रजिस्ट्रेशन और फिटनेस के नाम पर हो रही खुलेआम दलाली की रिपोर्टिंग शुरू की वहाँ मौजूद दलालों ने अपने आधा सैकड़ा से ज्यादा गुर्गों को बुला लिया।
रिपोर्टर हेमंत शर्मा और कैमरामैन राजा शर्मा को पहले तो धमकाया गया। इसके बाद बंधक बनकर उनके साथ मारपीट की गई। उनके कैमरे, माइक और मोबाइल छीन लिए गए। दोनों को इंदौर के जुपिटर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अब सवाल ये है कि आखिर आरटीओ जैसी सरकारी जगह पर दलालों की ऐसी हिम्मत कैसे हो गई कि वो मीडिया की टीम पर ही हमला कर दें और उन्हें बंधक बना लें? क्या प्रशासन की मिलीभगत है?
विपक्ष ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है। कांग्रेस पार्टी ने कहा कि मध्य प्रदेश में विपक्ष के बाद अब मीडिया के साथ भी हिटलरशाही की जा रही है। जो सवाल उठाता है, उसकी आवाज़ कुचली जा रही है। वहीं, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि प्रदेश में सच दिखाना अब किसी युद्ध से कम नहीं। पत्रकार कलम चलाएँ तो भाजपा के गुंडे डंडे चलाते हैं। मीडिया पर हमला, सीधा लोकतंत्र पर हमला है। भ्रष्टाचारियों के मुँह में घी–चीनी, और सच दिखाने वालों पे लाठी यही है भाजपा का शासन मॉडल। सरकार इतनी नाज़ुक दिल की निकली कि आरटीओ की लूट का सच देखने भर से भाजपा को चक्कर आने लगे। प्रदेश की इतनी “सुव्यवस्थित” कानून व्यवस्था के लिए भाजपा सरकार का दोनों हाथ उठाकर अभिनंदन करना चाहिए।




