हम सत्याग्रही हैं... BJP के लोग सत्ताग्रही हैं, रायपुर अधिवेशन में केंद्र सरकार पर बरसे राहुल गांधी

हिंदुस्तान के लोगों ने महिलाओं ने इस देश के बारे में मुझसे जो कहा, वो आपको बता नहीं सकता। युवाओं का दर्द आपको नहीं समझा सकता: राहुल गांधी

Updated: Feb 26, 2023, 07:35 AM IST

रायपुर। छत्तीसगढ़ के रायपुर में आज कांग्रेस के महाधिवेशन का तीसरा और आखिरी दिन है। महाधिवेशन के तीसरे दिन कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोगों को संबोधित किया। उन्होंने अपने स्पीच की शुरुआत भारत जोड़ो यात्रा के अपने अनुभवों से की। इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री-अडाणी के संबंध, जयशंकर के दिए चीन पर बयान समेत कई मुद्दों पर बात की।

राहुल गांधी ने कहा कि इस यात्रा में हमारे साथ लाखों लोग चले। बारिश, गर्मी और बर्फ में हम सब एकसाथ चले। बहुत कुछ सीखने को मिला। राहुल गांधी ने कहा, "यात्रा के शुरुआती दिनों में बोलने की जरूरत होती थी कि क्या करते हो, कितने बच्चे हैं, क्या मुश्किलें हैं। एक-डेढ़ महीना ये चला और उसके बाद बोलने की जरूरत नहीं पड़ती थी। जैसे ही हाथ पकड़ा, गले लगे उनका दर्द एक सेकंड में समझ आ जाता था। जो मैं उनसे कहना चाहता था, बिना कुछ बोले वो समझ जाते थे। हिंदुस्तान के लोगों ने महिलाओं ने इस देश के बारे में मुझसे जो कहा, वो आपको बता नहीं सकता। युवाओं का दर्द आपको नहीं समझा सकता।"

राहुल ने कहा, "आप मेरा परिवार हो तो आपसे कह सकता हूं कि सुबह उठकर सोचता था कैसे चला जाए। उसके बाद सोचता था कि 25 किलोमीटर नहीं 3 हजार 500 किलोमीटर चलना है, कैसे चलूंगा। फिर कंटेनर से उतरता था चल देता था। लोगों से मिलता था। पहले 10-15 दिन में अहंकार और घमंड गायब हो गया। क्यों गायब हुआ। क्योंकि भारत माता ने मैसेज दिया था कि तुम निकले हो कन्याकुमारी से कश्मीर के लिए तो अपने दिल से अहंकार मिटा दो। नहीं तो मत चलो। मुझे ये बात सुननी पड़ी। मुझमें इतनी शक्ति नहीं थी कि ये बात ना सुनूं।"

राहुल गांधी ने एस जयशंकर के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे देश के मंत्री कहते हैं कि चीन बड़ा इकोनॉमी है इसलिए हम चीन के सामने खड़े नहीं हो सकते। ये कैसी देशभक्ति है? यानी जो कमजोर है उसे मारो और जो मजबूत है उसके सामने झुक जाओ। ये सावरकर की विचारधारा है। जो चीन के सामने झुकने की बात करते हैं वो देशप्रेमी नहीं हो सकते। हम सत्याग्रही हैं। सत्य के लिए लड़ते हैं। बीजेपी और आरएसएस के लोग सत्ता के लिए लड़ते हैं वे सत्ताग्रही हैं।

अडानी-मोदी एक हैं: राहुल गांधी

राहुल गांधी ने अडानी गेट कांड का जिक्र करते हुए कहा कि, "हम संसद में बोलते हैं तो हमारा भाषण काट दिया जाता है। मैने पूछा कि अडानी और मोदी में क्या रिश्ता है? प्रधानमंत्री बोल सकते थे कि कोई रिश्ता नहीं है। दरअसल, ये अडानी और मोदी एक हैं। हमारे देश की आजादी की लड़ाई भी ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ हुई थी। वो भी एक कंपनी थी। उस कंपनी ने भी भारत का सारा धन हथिया लिया था। इतिहास खुद को दोहरा रहा है।"

अपने संबोधन में राहुल गांधी ने बचपन में घर छोड़ने का भी किस्सा सुनाया। उन्होंने कहा, "मैं छोटा था सन 1977 की बात है। चुनाव आया, मुझे उसके बारे में कुछ नहीं मालूम नहीं था। घर में अजीब सा माहौल था। मैंने मां से पूछा मम्मी क्या हुआ। मां कहती हैं कि हम घर छोड़ रहे हैं। तब तक मैं सोचता था कि वो घर हमारा था। पहली बार मां ने मुझे बताया कि ये हमारा घर नहीं है। ये सरकार का घर है। अब हमें यहां से जाना है। मैंने पूछा कहां जाना है तो कहती हैं कि नहीं मालूम कहां जाना है। मैं हैरान था। मुझे लगता था कि वो हमारा घर था। 52 साल हो गए मेरे पास घर नहीं है। आज तक नहीं है।" इस दौरान मंच पर बैठीं सोनिया गांधी भी भावुक दिखीं।