राजगढ़ में 122 बाल विवाह रोके, अहिंसा वेलफेयर सोसाइटी और प्रशासन की मुहिम रंग लाई
राजगढ़ में अहिंसा वेलफेयर सोसाइटी और जिला प्रशासन की साझा मुहिम से अप्रैल में 122 बाल विवाह रोके गए। ग्राम स्तर की जागरूकता और विभागीय सहयोग से यह अभियान सफल रहा।

राजगढ़| जिले में अप्रैल महीने के दौरान अहिंसा वेलफेयर सोसाइटी और जिला प्रशासन की संयुक्त मुहिम ने बाल विवाह के खिलाफ बड़ी सफलता दर्ज की है। इस अभियान के तहत कुल 122 बाल विवाह रोके गए। महिला एवं बाल विकास विभाग, पुलिस और राजस्व विभाग के सहयोग से चलाए गए इस अभियान में 43 व्यक्तिगत मामलों में समय रहते हस्तक्षेप कर विवाह रोके गए। वहीं सामूहिक विवाह सम्मेलनों में 33 जोड़ों के विवाह निरस्त किए गए, और 13 अन्य मामलों में भी त्वरित कार्रवाई की गई।
अहिंसा वेलफेयर सोसाइटी की गांव-गांव तक पहुंच और जनजागरूकता गतिविधियों ने इस अभियान को गति दी। अभियान के दौरान 5 मामलों में एफआईआर भी दर्ज की गई। उल्लेखनीय है कि इससे पहले दिसंबर और जनवरी में भी 79 बाल विवाह रोके गए थे। इस मुहिम में लगातार बढ़ती सक्रियता से बाल विवाह जैसे गंभीर सामाजिक मुद्दे पर प्रभावी नियंत्रण होता दिखाई दे रहा है।
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इस अभियान में महिला एवं बाल विकास अधिकारी सुनीता यादव के साथ-साथ सोसाइटी से जुड़े मनीष दांगी, रजनी प्रजापति, सादिक अहमद और निकिता मेवाड़े की सक्रिय भूमिका रही। स्थानीय शिक्षकों, स्वयंसेवकों और महिला समूहों का भी भरपूर सहयोग मिला। मई माह में लग्न के शेष दिनों को ध्यान में रखते हुए प्रशासन और सोसाइटी पूरी तरह सतर्क हैं और यह अभियान लगातार जारी रहेगा।