भोपाल लाया गया कैलाश सारंग का पार्थिव शरीर, शाम 4 बजे होगा अंतिम संस्कार

बीजेपी के वरिष्ठ नेता कैलाश सारंग का पार्थिव शरीर विशेष विमान से भोपाल लाया गया, स्‍टेट हैंगर पर मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पार्थिव शरीर को कंधा दिया

Updated: Nov 15, 2020, 06:09 PM IST

Photo Courtesy: Newaindia24
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भोपाल। बीजेपी के वरिष्ठ नेता कैलाश सारंग का शनिवार को निधन हो गया। कई दिनों तक बीमारी से लड़ने के बाद 85 वर्षीय कैलाश सारंग ने 14 नवंबर को अंतिम सांस ली। उनका पार्थिव शरीर आज मुंबई से भोपाल लाया गया। तबीयत खराब होने के बाद उन्हें एयर एंबुलेंस से मुंबई के अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उनका निधन हो गया।

विशेष विमान से कैलाश सारंग के पार्थिव शरीर को भोपाल लाया गया। इस दौरान स्‍टेट हैंगर पर मुख्‍यंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पार्थिव शरीर को कंधा दिया। इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को 74 बंगला स्थित उनके निवास पर ले जाया गया। दोपहर दो बजे उनके पार्थिव शरीर को बीजेपी कार्यालय लाया जाएगा। शाम चार बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। पूर्व राज्यसभा सांसद और बीजेपी के वरिष्ठ नेता कैलाश सारंग पूर्व मंत्री एवं नरेला विधायक विश्वास सारंग के पिता थे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कैलाश सारंग के निधन पर शोक जताया। बीजेपी के वरिष्ठ नेता को श्रद्धांजलि देते हुए मोदी ने ट्विटर पर लिखा, 'कैलाश सारंग जी ने मध्य प्रदेश में भाजपा को मजबूत करने के लिए बहुत प्रयास किए। उन्हें एक दयालु और मेहनती नेता के रूप में याद किया जाएगा। उनके निधन से बहुत दुख हुआ। उनके परिवार और शुभचिंतकों के प्रति संवेदना. ओम शांति'

<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="en" dir="ltr">Shri Kailash Sarang Ji made stupendous efforts to strengthen the BJP across Madhya Pradesh. He will be remembered as a compassionate and hardworking leader, committed to MP’s progress. Anguished by his demise. Condolences to his family and well-wishers. Om Shanti.</p>&mdash; Narendra Modi (@narendramodi) <a href="https://twitter.com/narendramodi/status/1327607567216873473?ref_src=twsrc%5Etfw">November 14, 2020</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>

कैलाश सारंग पीएम मोदी पर एक किताब भी लिख चुके हैं। 'नरेंद्र से नरेंद्र' नाम की इस किताब में उन्होंने नरेंद्र मोदी के शुरुआती दौर से प्रधानमंत्री बनने तक के सफर के बारे में बताया है। कहा जाता है कि किसी ज़माने में मध्य प्रदेश में बीजेपी की राजनीति दो ही घरानों के इर्द-गिर्द घूमती थी, एक सारंग घराना और दूसरा गौर घराना। बीजेपी को राज्य में मजबूत करने में इन दोनों का बड़ा योगदान माना जाता है।