भोपाल की सड़कों पर निकल रहे मगरमच्छ, एक्सीलेंस कॉलेज के पास रात को टहलता दिखा, अलर्ट जारी
वन विभाग के एसडीओ आरएस भदौरिया ने बताया कि कलियासोत में बड़ी संख्या में मगरमच्छ हैं। कई बार ये बाहर भी निकल जाते हैं। संभव है कि किसी बरसाती नाले से होता हुआ यह रोड पर आ गया हो।

भोपाल। बरसात के मौसम में राजधानी भोपाल की सड़कों पर मगरमच्छ निकल रहे हैं। वन विभाग ने इस संबंध में अलर्ट जारी किया है। सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो भी सामने आए हैं, जिसमें रात के समय सड़क पर मगरमच्छ को टहलते देखा जा सकता है। वीडियो सामने आने के बाद वन विभाग की टीम ने गश्त शुरू कर दी है ताकि, लोग मगरमच्छ के मूवमेंट वाली जगह पर पैदल न घूमें।
भोपाल के इंस्टीट्यूट फॉर एक्सीलेंस इन हायर एजुकेशन (आईईएचई) रोड पर मंगलवार रात मगरमच्छ देखा गया। इस मगरमच्छ का वीडियो यहां से गुजर रहे डेंटिस्ट डॉ. उत्कर्ष कटारे ने बना लिया। डॉ. कटारे ने बताया कि जब मगरमच्छ सड़क पर निकला, तक वे सड़क से गुजर रहे थे। पांच से सात मिनट तक मगरमच्छ सड़क पर ही रहा। वह काफी बड़ा था। उसकी लंबाई 10 फीट या इससे भी ज्यादा थी। वाहनों के हॉर्न की आवाज सुनकर वह झाड़ियों में चला गया।
ये भोपाल है। यहां सड़कों पर जंगल का राजा बाघ ही नहीं पानी के सुल्तान मगरमच्छ भी सैर करते हैं। इंसान जरा संभल के… #Tiger #crocodile pic.twitter.com/S6vIVfzZMT
— Prabhu Pateria (@PrabhuPateria) July 26, 2023
वन विभाग ने मगरमच्छों के मूवमेंट को लेकर अलर्ट जारी किया है। वन विभाग के एसडीओ आरएस भदौरिया ने बताया कि कलियासोत में बड़ी संख्या में मगरमच्छ हैं। कई बार ये बाहर भी निकल जाते हैं। संभव है कि किसी बरसाती नाले से होता हुआ यह रोड पर आ गया हो। इसके बाद यहां गश्त की जा रही है। यह पूर्ण वयस्क मगर है। अमले ने लोगों को सावधान भी किया है। भदौरिया ने कहा कि अगर किसी को भी मगर नजर आए तो वे सतर्क रहें और उसके पास न जाएं। हादसे की आशंका हो सकती है।
केरवा और कलियासोत डैम में मगरमच्छों का बसेरा है। यहां पर बड़ी संख्या में मगरमच्छ है। इनके अलावा घड़ियाल भी पाए जाते हैं। इस साल जून में कलियासोत और केरवा डेम में दो दिन तक मगरमच्छ और घड़ियाल की गिनती हुई थी। इसमें कुल 24 मगरमच्छ दिखाई दिए थे। 6 वयस्क थे। इनके अलावा 10 सब एडल्ट, 4 जुवेनाइल, 4 हेविंग शामिल हैं। सब अडल्ट की लंबाई 6 फीट से कम और जुवेनाइल 3 फीट से कम है। इनके अलावा साफ्टसेल टर्टल की दो प्रजाति भी मिली। घड़ियाल की मौजूदगी भी है, लेकिन गिनती के दौरान ये दिखाई नहीं दिए थे।