कूनो से गायब हुई मादा चीता निर्वा, हाथी, ड्रोन और 75 लोगों की टीम तलाश में जुटी

मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क से मादा चीता लापता हो गई है। उसके गले में लगा रेडियो कॉलर भी खराब है इसी वजह से उसकी लोकेशन सर्चिंग टीम को नहीं मिल रही है।

Updated: Aug 09, 2023, 07:48 PM IST

Image courtesy- NBT
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श्योपुर। मध्य प्रदेश के श्योपुर में स्थित कूनो नेशनल पार्क से चिंता बढ़ाने वाली खबर सामने आ रही है। नेशनल पार्क में मौजूद मादा चीता पार्क से गायब हो गई है। जिसकी तलाश में वन विभाग ने 75 लोगों की टीम को लगाया है। यह टीम हाथी और ड्रोन की मदद से मादा चीता निर्वा को खोज रही है लेकिन अभी तक उसका कोई लोकेशन नहीं खोज पाई है। 

कूनो नेशनल पार्क में लगातार हो रही चीतों की मौत के बाद से सभी चीतों को खुले जंगल से वापस लाने का निर्णय लिया गया था। इसी बीच मादा चीता निर्वा का रेडियो कॉलर खराब होने की बात सामने आई, जिससे उसकी जीपीएस-सेटेलाइट कनेक्टिविटी टूट गई। तभी से अब उसे ट्रेस करने में दिक्कत हो रही है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार 28 जुलाई को निर्वा टिकटोली के जंगल में प्रत्यक्ष दिखी थी और फिर 29 जुलाई को ड्रोन कैमरे में कैद हुई। लेकिन उसके बाद से वो नजर नहीं आई। वाइल्ड लाइफ पीसीसीएफ असीम श्रीवास्तव का कहना है कि मादा चीता निर्वा को ट्रैस करने के लिए हमारी टीमें लगी हुई हैं और 75 लोग मैदानीस्तर पर निर्वा को खोज रहे हैं।

कूनो के जंगल में निर्वा को ढूंढने के लिए 5 ग्राउंड टीमें लगी हैं और एक टीम में 15 लोग हैं। वहीं दो टीमें ड्रोन कैमरों की सहायता से उसे ट्रैस करने का प्रयास कर रही हैं। इसके साथ ही एक अन्य टीम हाथी पर बैठकर तलाश में जुटी हुई है। इन सबके बावजूद निर्वा का न मिलना चिंता का कारण वन गया है। क्योंकि कूनो में लगातार चीतों की मौत हो रही हैं अब तक 9 चीते कूनो में मारे जा चुके हैं। 

कूनो में अब तक मारे गए चीते-
27 मार्च किडनी में संक्रमण के चलते मादा चीता साशा की मौत
23 अप्रैल नर चीता उदय की हार्टअटैक से मौत 
9 मई बाड़े में दो नर चीतों अग्नि और वायु के साथ संघर्ष में मादा चीता दक्षा की मौत 
23 मई मादा चीता ज्वाला के शावक की मौत 
25 मई मादा चीता ज्वाला के दो अन्य शावकों की मौत
11 जुलाई नर चीता तेजस की मौत
14 जुलाई को नर चीता सूरज की मौत
2 अगस्त मादा चीता धात्री की मौत

भारतीय वन्यजीव प्रबंधन संस्थान देहरादून के विशेषज्ञों ने कूनो में चीतों के लिए पर्याप्त शिकार न होने की बात की थी। इसी कारण चीता भोजन की तलाश में यूपी की सीमा में घुस जाते रहे थे। इसके लिए वन विभाग ने कूनो में चीतों के लिए चीतल की संख्या बढ़ाने की तैयारी कर ली है। बारिश के बाद कूनो में चीतलों को भेजा जाएगा जिससे चीतों को शिकार उपलब्ध हो सके। बता दें अब कूनो में मात्र 14 चीते बचे हैं जिसमें 7 नर और 6 मादा एवं एक शावक है।