MP बीजेपी में फिर सामने आई गुटबाजी, नरोत्तम मिश्रा को परशुराम प्रतिमा समारोह में नहीं मिला आमंत्रण
आमंत्रण कार्ड से गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा का नाम गायब, कुर्ता कांड के बाद शिवराज के कार्यक्रम में नहीं मिला आमंत्रण, पूर्व महापौर आलोक शर्मा से विवाद के कारण रामेश्वर शर्मा भी हुए आउट

भोपाल। मध्य प्रदेश बीजेपी में एक बार फिर अंतर्कलह खुलकर सामने आई है। परशुराम जयंती के मौके पर सीएम शिवराज सिंह ने आज भगवान परशुराम के भव्य प्रतिमा का अनावरण किया। लेकिन इस कार्यक्रम से गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा नदारद रहे। सियासी गलियारे में इस बात की खूब चर्चाएं हो रही है।
दरअसल, ब्राह्मण समाज की मांग पर कमलनाथ सरकार ने भव्य परशुराम प्रतिमा के लिए राशि आवंटित किया गया था। पिछले साल कोरोना की वजह से मूर्ति का अनावरण नहीं हो पाया था। ऐसे में इस साल महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि महाराज ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में गुफा मंदिर में भगवान परशुराम की 21 फीट ऊंची अष्ट धातु की प्रतिमा का अनावरण किया।
आज भोपाल में भगवान परशुराम की प्रतिमा प्रतिष्ठा समारोह..
— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) May 3, 2022
आयोजक शिवराज जी के ख़ास समर्थक प.आलोक शर्मा और इस आयोजन के निमंत्रण पत्र में तमाम नेताओं के नाम ,बस नाम व नदारद थे तो दो लोग…
1. प.नरोत्तम मिश्रा
2. प.रामेश्वर शर्मा
जबकि दोनो भोपाल में है..
भाजपा की गुटबाज़ी सड़कों पर..
कार्यक्रम में सीएम चौहान के अलावा एमपी बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा, मंत्री गोपाल भार्गव और भूपेंद्र सिंह भी मौजूद थे। इतना ही नहीं विपक्षी दल कांग्रेस के ब्राह्मण नेता सुरेश पचौरी कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे और विधायक पीसी शर्मा को विशेष अतिथि के रूप में बुलाया गया था। लेकिन बीजेपी के ब्राह्मण नेताओं के नरोत्तम मिश्रा और रामेश्वर शर्मा नदारद दिखे। इन्हें आमंत्रण दिया भी नहीं गया था। आमंत्रण कार्ड में सभी नेताओं का नाम छापा गया था लेकिन उससे भी भाजपा के इन दो नेताओं को आउट कर दिया गया था।
जानकार बता रहे हैं कि दोनों नेताओं का नाम दो वजहों से हटाया गया। नरोत्तम मिश्रा को कार्यक्रम से आउट कुर्ता कांड का वीडियो वायरल होने की वजह से किया गया। दरअसल, बीते दिनों अमित शाह की मौजूदगी में मिश्रा ने सीएम शिवराज के सम्मान में खड़े एक मंत्री का कुर्ता खींचकर उन्हें बैठा दिया था। वहीं, रामेश्वर शर्मा को न बुलाने के पीछे पूर्व महापौर आलोक शर्मा से उनका पुराना विवाद है। कार्यक्रम के आयोजनकर्ताओं में आलोक शर्मा शामिल थे, ऐसे में उन्होंने रामेश्वर शर्मा को कार्यक्रम से बाहर कर दिया।