50 करोड़ लेकर भाजपा में गए थे सिंधिया समर्थक विधायक, बीजेपी नेता का कोर्ट में बड़ा दावा

कांग्रेस नेता आरोप लगाते रहे हैं कि विधायकों ने 50-50 करोड़ रुपए लेकर पार्टी छोड़ी थी और भाजपा में शामिल हो गए थे। लेकिन अब बीजेपी के नेता ने ही हाईकोर्ट ने बयान देकर मध्य प्रदेश की राजनीति में भूचाल मचा दिया।

Updated: Jul 23, 2023, 01:47 PM IST

अशोकनगर। कांग्रेस लगातार ये दावा करती रही है कि सिंधिया समर्थक विधायकों ने करोड़ों रुपए की लालच में पार्टी से बगावत की थी। अब खुद भाजपा नेता भी इस बात को स्वीकार किया है। भाजपा के एक नेता ने हाईकोर्ट में कहा कि अशोकनगर से कांग्रेस विधायक जजपाल सिंह जज्जी 50 करोड़ रुपर लेकर भाजपा में शामिल हुए थे।

दरअसल, साल 2018 में जजपाल सिंह जज्जी कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते थे। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट पर उन्होंने भाजपा के लड्‌डूराम कोरी को हराया था। 2020 में वे कांग्रेस से भाजपा में आए और पार्टी के टिकट पर अशोकनगर से चुनाव जीते। लड्‌डूराम ने जजपाल के अनुसूचित जाति के प्रमाण-पत्र को फर्जी बताते हुए नामांकन को चुनौती दी थी। आरोप है कि जजपाल के अनुसूचित जाति होने का प्रमाण-पत्र फर्जी है और वह ओबीसी कैटेगरी में आते हैं।

मामले में सुनवाई के दौरान भाजपा से दो बार पार्षद रह चुके रोशन सिंह यादव बतौर गवाह हाईकोर्ट में पहुंचे थे। जज्जी की ओर से सीनियर एडवोकेट विनोद कुमार भारद्वाज ने रोशन सिंह से काउंटर टेस्ट किया तो उन्होंने बताया की जजपाल जज्जी ने 50 करोड़ रुपए लेकर इस्तीफा दिया था। खास बात यह रही कि एडवोकेट ने रोशन से पैसे के लेनदेन के संबंध में कोई सवाल ही नहीं किया था।

मामले की अगली सुनवाई 25 जुलाई को होगी। उधर, जजपाल ने इस मामले के बारे में पूछने पर कहा कि न्यायालय प्रक्रिया के दौरान कोर्ट के मामले में बोलना ठीक नहीं है। बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में महज 4 महीने का समय बचा है। ऐसे में अपनी ही पार्टी के विधायक के खिलाफ दिया गया बयान विरोधी दल कांग्रेस के लिए बड़ा हथियार बन सकता है।