1600 करोड़ का पैकेज नाकाफी, पंजाब को 20 हजारा करोड़ का नुकसान हुआ, राहुल गांधी ने PM मोदी को लिखा पत्र

राहुल गांधी ने कहा कि पंजाब में 4 लाख एकड़ से अधिक धान की फसल नष्ट हो गई है और 10 लाख से अधिक जानवर मर गए हैं। लाखों लोगों ने, जिनमें अधिकतर हाशिए पर रहने वाले समुदायों के लोग हैं, अपने घर खो दिए हैं।

Updated: Sep 17, 2025, 07:15 PM IST

नई दिल्ली। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पंजाब में बाढ़ प्रभावित इलाकों से लौटने के बाद पीएम मोदी को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने बताया है कि पंजाब को प्राकृतिक आपदा की मार से कितना नुकसान हुआ। साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र की ओर से दिया गया 1600 करोड़ का राहत पैकेज काफी नहीं है।

प्रधानमंत्री मोदी को संबोधित पत्र में राहुल गांधी ने लिखा, 'मैं आपको उस विनाशकारी बाढ़ के संबंध में लिख रहा हूं जिसने पंजाब को तबाह कर दिया है। अपनी हाल की यात्रा के दौरान, मैंने चौंकाने वाली तबाही और उसकी मानवीय कीमत देखी। राज्य में 4 लाख एकड़ से अधिक धान की फसल नष्ट हो गई है और 10 लाख से अधिक जानवर मर गए हैं। लाखों लोगों ने, जिनमें अधिकतर हाशिए पर रहने वाले समुदायों के लोग हैं, अपने घर खो दिए हैं।' 

राहुल गांधी ने आगे कहा, 'बाढ़ की वजह से निकट भविष्य में एक विशाल भूभाग पर खेती नहीं हो सकती। आज भी हजारों एकड़ जमीन जलमग्न है और गांवों का संपर्क कटा हुआ है। उन्होंने कहा कि इस गंभीर संकट के बावजूद, मैंने मानवता का सबसे अच्छा पक्ष देखा। पंजाबी समुदाय उन लोगों के पीछे एकजुट हो गए जिन्होंने अपना सब कुछ खो दिया। लोगों ने अपने घरों को अजनबियों के लिए खोल दिया और उनके पास जो कुछ भी था उसे साझा किया। उनकी उदारता, और मदद करने की प्रतिबद्धता सराहनीय थी।'

राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री से कहा कि केंद्र सरकार द्वारा घोषित ₹1,600 करोड़ की प्रारंभिक राहत पंजाब के लोगों के साथ गंभीर अन्याय है। उन्होंने कहा कि राज्य को कम से कम ₹20,000 करोड़ का नुकसान हुआ है। उन्होंने सरकार से नुकसान का त्वरित आकलन करने और एक व्यापक राहत पैकेज देने का अनुरोध किया है। 

राहुल गांधी ने पत्र के आखिर में लिखा है कि पंजाब फिर उठेगा, ज़रूरत की इस घड़ी में हमें पंजाब के हर किसान, हर सैनिक और हर परिवार को आश्वस्त करना चाहिए कि देश उनके साथ खड़ा है। हमें एक साथ आना चाहिए और उनके भविष्य के पुनर्निर्माण में मदद के लिए हर संभव सहायता देनी चाहिए।