दंगा, हत्या और बलात्कार के 10 हजार मामले आए हैं, मणिपुर सीएम को तत्काल इस्तीफा देना चाहिए: सुप्रिया सुले

मोदी सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर आज से लोकसभा में चर्चा शुरू हुई है। अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान विपक्षी सांसदों ने मणिपुर हिंसा, महंगाई समेत कई मुद्दों को लेकर केंद्र पर हमला बोला।

Updated: Aug 08, 2023, 06:15 PM IST

नई दिल्ली। मोदी सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर आज से लोकसभा में चर्चा शुरू हुई है। कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने इस प्रस्ताव पर बहस की शुरुआत की है। तीन दिनों तक 18 घंटे संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी। इसके बाद 10 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस चर्चा का जवाब देंगे। कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के अन्य सांसदों ने आज इसपर बहस की और अपने भाषण के दौरान मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। लोकसभा की कार्यवाही कल 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है।

एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने लोकसभा में केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा, 'जब मैं सरकार के बारे में सोचती हूं, मेरे दिमाग में जो ख्याल आता है। वह है घमंड। सरकार से हमेशा घमंड झलकता है। ये बीजेपी वाले हमेशा बात करते हैं, नव रत्न, नो साल। लेकिन इन 9 सालों में बीजेपी ने क्या किया। सिर्फ राज्य सरकारें गिराईं। महंगाई बढ़ाई। जुमला दिया। गडकरी जी ने तो यह तक कह दिया कि जुमला उनके गले की हड्डी हो गया है। बीजेपी सरकार वैसे तो बड़े-बड़े दावे करती है। लेकिन पिछले 9 सालों में बीजेपी ने बस 9 राज्यों की सरकारें गिराईं हैं। इन राज्यों में अरुणाचल, मणिपुर, मेघालय, उत्तराखंड, कर्नाटक, गोवा, पुडुचेरी, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र भी शामिल है। महाराष्ट्र की सरकार दो बार गिराई गई है। 

सुप्रिया सुले ने आगे कहा कि जिनके राज में मणिपुर में महिलाओं से अत्याचार हो रहा है, हम उनका साथ कैसे दे सकते हैं। मेरी मांग है कि (मणिपुर के) मुख्यमंत्री को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए...दंगा, हत्या और बलात्कार के 10,000 मामले आए हैं। क्या हम इतने असंवेदनशील हो गए हैं? इस सरकार की यही समस्या है। अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में चर्चा के दौरान टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने कहा कि यह सरकार निर्दयी लोगों की सरकार है। वे पश्चिम बंगाल में प्रतिनिधिमंडल भेज रहे हैं लेकिन एक भी प्रतिनिधिमंडल मणिपुर नहीं गया जहां हमारे भाई-बहन मर रहे हैं। आपको कोई दया नहीं है और यही कारण है कि आप अन्य दलों की तरह मणिपुर नहीं गए।

सौगत राय ने आगे कहा कि, 'देश से प्यार करता है, वह मोदी को पसंद नहीं करता। मैं निशिकांत दुबे की बातों का जवाब नहीं देना चाहता। वह ऐसी संस्था से आते हैं, जिस पर गांधी जी की हत्या के बाद बैन लगा दिया गया था। इससे पहले अनुराग ठाकुर ने कहा था गोली मारो... मीनाक्षी लेखी ने कहा था की ईडी का छापा पड़ जाएगा। इस सरकार के पास दिल नहीं है। केवल एक ही डेलिगेशन मणिपुर गया था। मेरे दोस्त गौरव गोगोई ने मणिपुर के हालात को बखूबी पेश किया। अब तक 150 लोग मारे जा चुके हैं। कई रेप हुए हैं। 300 से ज्यादा रिलीफ कैंप बने हुए हैं। निशिकांत है इस बारे में कोई बात नहीं की। एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें दो कुकी महिलाओं को निर्वस्त्र करके सड़कों पर घुमाया गया। क्या वाकई हम एक सिविल सोसाइटी में रह रहे हैं?'

विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए सांसद डिंपल यादव ने केंद्र सरकार को खरी खोटी सुनाई। उन्होंने कहा कि मणिपुर जैसी वीभत्स घटना पर सरकार का रवैया बेहद असंवेदनशील रहा है। उन्होंने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को अहंकारी बताया। डिंपल यादव ने कहा कि मणिपुर में महिलाओं के साथ दरिंदगी मानवाधिकार का उल्लंघन थी। हिंसा को अंजाम देने के लिए महिलाओं को ढाल बनाना लोकतंत्र में अस्वीकार्य है। सपा सांसद ने आरोप लगाया कि मणिपुर की जातीय हिंसा राज्य प्रायोजित थी।