आने वाला दौर भारत का है, सदी भारत की है, राष्ट्रपति ने संसद के संयुक्त सत्र को किया संबोधित
राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने अभिभाषण के दौरान कहा कि चाहे सरकारी भर्ती हो या परीक्षाएं, किसी भी कारण से इनमें रुकावट आए, यह उचित नहीं है। इसमें शुचिता और पारदर्शिता जरूरी है।
नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में पेपर लीक, शिक्षा नीति से लेकर इमरजेंसी व अन्य कई मुद्दों पर बात की। उन्होंने कहा कि मैं 18वीं लोकसभा के सदस्यों को बधाई देती हूं। आप देश के मतदाताओं का विश्वास जीत कर आए हैं। ये सौभाग्य कम लोगों को मिलता है। मुझे आशा है आप इसे निभाएंगे।
राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में जैसे ही नई शिक्षा नीति का जिक्र किया, विपक्ष ने नीट-नीट के नारे लगाना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा सरकार पेपर लीक की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त उपाय कर रही है। इस पर पिछले दिनों कानून भी आ चुका है। पीएम मोदी इस दौरान समर्थन में खूब मेज थपथपताते दिखे।
अभिभाषण के दौरान उन्होंने कहा कि चाहे सरकारी भर्ती हो या परीक्षाएं, किसी भी कारण से इनमें रुकावट आए, यह उचित नहीं है। इसमें शुचिता और पारदर्शिता जरूरी है। सरकार का प्रयास है कि देश के युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का उचित अवसर मिले। हाल में कुछ परीक्षाओं में हुई पेपर लीक की घटनाओं की निष्पक्ष की जांच और दोषियों पर कार्रवाई के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। इससे पहले भी हमने देखा है कई राज्यों में पेपर लीक की घटनाएं देखी हैं। हमें इस मुद्दे पर दलीय राजनीति से ऊपर उठने की जरूरीत है।
राष्ट्रपति ने कहा, 'सरकार नॉर्थ-ईस्ट में स्थायी शांति के लिए काम कर रही। इस संकल्प की सिद्धि में अवरोध न हो ये हम सभी का दायित्व और कर्तव्य है। जब संसद सुचारू चलती है, स्वस्थ्य चर्चा होती है। लोगों का विश्वास पूरी व्यवस्था पर बढ़ता है। जब भारत विकसित राष्ट्र बनेगा तो इसमें आपकी भी सहभागिता होगी। आने वाला दौर भारत का है, सदी भारत की है, इसका असर हजार साल तक रहेगा।'
मुर्मू ने कहा कि सरकार एक डिजीटल यूनिवर्सिटी बनाने की दिशा में काम कर रही है। इन्हीं प्रयासों से भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप सेक्टर बन चुका है। मेरी सरकार देश के हर युवा को बड़े सपने देखने और उन्हें पूरा करने का वातावरण दे रही है। ग्रुप डी और सी से इंटरव्यू खत्म किया है। युवाओं को भारतीय भाषाओं में इंजीनियरिंग की पढ़ाई का विकल्प दिया है।