ड्यूटी कर लौट रहे एम्‍स के डॉक्‍टरों को पुलिस ने पीटा

एम्स के डॉक्टरों ने आरोप लगाया है कि ड्यूटी से लौटते वक्त पुलिस ने आईडी कार्ड दिखाने के बाद भी पिटाई की है। कांग्रेस प्रदेश अध्‍यक्ष कमलनाथ ने ऐसी घटना रोकने की मांंग की है।

Publish: Apr 10, 2020, 05:45 AM IST

भोपाल। राजधानी भोपाल में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इनका इलाज भोपाल एम्स में चल रहा है मगर यहां के डॉक्टरों ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया है। रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने भोपाल एम्स के निदेशक को चिट्ठी लिख शिकायत की है। डॉक्टरों का आरोप है कि ड्यूटी से लौटते वक्त पुलिस ने आईडी कार्ड दिखाने के बाद भी पिटाई की है। ऐक्शन के लिए फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन इंडिया ने गृह मंत्री अमित शाह से भी इसकी शिकायत की है।

आरडीए ने आरोप लगाया है कि 8 अप्रैल को शाम सात बजे हमारे दो पीजी रेजिडेंट डॉक्टर युवराज सिंह और रितुपर्णा जना इमरजेंसी ड्यूटी के बाद घर लौट रहे थे। इस दौरान कुछ पुलिस वाले इन्हें डंडे से मारने की कोशिश की और इनकी बाइक को रोक दी। दोनों ने आईडी कार्ड दिखाया और उन्हें एम्स से इमरजेंसी ड्यूटी कर लौटने की बात कही। लेकिन पुलिस वाले इनकी पिटाई करने लगे। साथ ही गाली गलौच की।

आरक्षक लाइन अटैच

घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस पुलिस अधीक्षक भोपाल दक्षिण ने दोषी आरक्षक सुनील नाहरिया को लाइन अटैच कर दिया है।

 पिटाई की घटना शर्मनाक : कमनलाथ

कांग्रेस प्रदेश अध्‍यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा कि भोपाल एम्स के दो पीजी डॉक्टर्स, जिनमें एक महिला डॉक्टर भी है, की पुलिसकर्मियों द्वारा पिटाई की घटना सामने आयी है। यह बेहद शर्मनाक है। कोरोना महामारी के संकट के इस दौर में अपनी जान जोखिम में डाल जनता की सेवा कर रहे इन कर्मवीर योद्धाओं पर हमें गर्व है। ऐसे में इनकी पिटाई की घटना , बेहद निंदनीय होकर शर्मसार करने वाली है। सरकार तत्काल इस पूरे मामले की जाँच करवाकर दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करे व ऐसी घटनाओं की पुनरावृति ना हो।  इसको लेकर प्रदेश में निर्देश जारी करे।