इस समय में किताब : कोरोना, किताब और विजय बहादुर सिंह

विश्व पुस्तक दिवस पर 23 अप्रैल से हमने एक श्रृंखला आरंभ की है – इस समय में किताब। इस श्रृंखला में किताबों और हमारे समय में उनकी उपादेयता पर चर्चा होगी।

Publish: May 06, 2020, 04:23 AM IST

वरिष्ठ समीक्षक और समालोचक विजय बहादुर सिंह बता रहे हैं कि किताबों के अभाव से जीवन में विचारों का भी अभाव हो जाता है। आज कोरोना वायरस के रूप में हम जो त्रासदी देख रहे हैं, किताबें हमें पहले से ही उसकी चेतावनी देती आई हैं। चाहे कामायनी हो या हिंद स्वराज, सभी किताबों ने कहा है कि हमें प्रकृति के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए लेकिन हमने अपनी धुन में किताबों की बातों पर ध्यान नहीं दिया। बता रहे हैं अपनी पसंद की इन्‍‍‍‍हीं किताबोंं के बारे में।