महाकुंभ में महाजाम: प्रयागराज शहर के सभी एंट्री प्वाइंट बंद, MP के रीवा में लाखों श्रद्धालु फंसे
वाराणसी, लखनऊ, कानपुर और रीवा से प्रयागराज आने और जाने वाले रास्तों में वाहनों की 10-10 किमी तक लंबी लाइन लगी है। MP में कटनी से ही पुलिस लोगों को रोककर वापस लौटने की समझाइश दे रही है।

रीवा। महाकुंभ मेला क्षेत्र में भीड़ के कारण एक बार फिर स्थिति आउट ऑफ कंट्रोल हो चुकी है। आलम ये है कि श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण महाकुंभ स्पेशल ट्रेनों का परिचालन रद्द किया गया है। इतना ही नहीं संगम रेलवे स्टेशन को भी बंद कर दिया गया है। यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु फंसे हुए हैं। प्रयागराज जंक्शन पर भीड़ को मैनेज करने के लिए इमरजेंसी क्राउड मैनेजमेंट प्लान लागू किया गया।
महाकुंभ स्नान का आज 28वां दिन है। संगम में सुबह से ही भक्तों की भीड़ स्नान के लिए उमड़ी है। रविवार की छुट्टी के चलते श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ है। संगम पहुंचने के सभी रास्तों में 15 से 20 किमी लंबा जाम लगा है। लोग 20 KM पैदल चलकर भी संगम तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। माइक से ऐलान हो रहा है जहां जो घाट दिखे वहीं स्नान करो और लौट जाओ।बुजुर्ग, महिलाएं, बच्चे थककर बेहाल हैं। पानी पीने का तक की व्यवस्था नहीं है।
प्रयागराज शहर के सभी एंट्री प्वाइंट बंद कर दिए गए हैं। वाराणसी, लखनऊ, कानपुर और रीवा से प्रयागराज आने-जाने वाले रास्तों पर 25 किमी तक गाड़ियां रेंग रही हैं। संगम में डुबकी लगाने जाने वालों और वहां से लौटने वाले श्रद्धालु भूखे-प्यासे जाम खुलने का इंतजार कर रहे हैं। लखनऊ से प्रयागराज के रास्ते पर नवाबगंज से (करीब 20 किमी) जाम लगा है। झूंसी की तरफ से सराय इनायत से 15 किमी का जाम लगा है। वाराणसी से आने वाले लोग इसी रास्ते से आते हैं।
रीवा रोड पर गौहनिया से भीषण जाम है। नैनी के पुराने पुल से इसकी दूरी करीब 16 किमी है। आलम ये है कि अब रीवा शहर के पहले ही पुलिस ने लोगों को रोक दिया है। वे अब आगे नहीं बढ़ सकते। लोग 12 घंटों से वाहनों में फंसे हैं। महाकुंभ में जाने और लौटने वाले अलग-अलग राज्यों के लोग फंसे हुए हैं। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी रविवार को रीवा से प्रयागराज जाने वाले थे। लेकिन लंबी जाम के कारण वे कुंभ नहीं जा सके।
करोड़ों ख़र्च करके कुंभ में बुलाया और भूल गए..
— Dayashankar Mishra (@DayashankarMi) February 9, 2025
इलाहाबाद में प्रवेश के लिए लखनऊ की तरफ़ 30 किलोमीटर पहले से ही ट्रैफ़िक जाम है।रीवा रोड की तरफ़ से गौहनिया में 16 किमी पहले से जाम है। वाराणसी की तरफ़ से 12 से 15 किमी के जाम की ख़बरें और वीडियो हैं।
इसकी ज़िम्मेदारी किसकी है।
इसमें… pic.twitter.com/81nZU54vO3
एमपी-यूपी बॉर्डर पर सुबह करीब 7 बजे से वाहनों की कतार लगी है। प्रशासन और जनप्रतिनिधि व्यवस्था बनाने में लगे हुए हैं। यह दूसरी बार है जब बॉर्डर पर महाकुंभ में जाने वाले श्रद्धालु जाम में फंसे हैं। स्थिति का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि प्रयागराज से 300 किमी पहले कटनी में ही पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रास्तों को बंद करवा दिए हैं। कटनी पुलिस लोगों से वापस लौटने की अपील कर रही है। प्रयागराज शहर और कुंभ मेला क्षेत्र के सभी एंट्री प्वाइंट बंद कर दिए गए हैं। लाखों श्रद्धालु जहां है वहीं थम गए हैं।
भयंकर भीड़ और उतनी ही भयंकर बदइंतजामी है। 20-20 किमी पैदल चलने के बाद भी कुंभ क्षेत्र में एंट्री नहीं हो रही। श्रद्धालुओं को जानकारी देने वाला कोई नहीं है। किसी के पास कोई जानकारी नहीं की कौन सा रास्ता खुलेगा और कब तक बंद रहेगा। पूरी मेला व्यवस्था ध्वस्त पड़ी है। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि महाकुंभ में फंसे करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए तुरंत आपातकालीन व्यवस्था की जाए। हर तरफ से जाम में भूखे, प्यासे, बेहाल और थके तीर्थयात्रियों को मानवीय दृष्टि से देखा जाए। आम श्रद्धालु क्या इंसान नहीं है?