नक्सली अंकल, प्लीज़ मेरे पापा को घर भेज दो, नक्सलियों के कब्ज़े में कैद जवान की बेटी ने की मार्मिक गुहार

बीजापुर में हुए नक्सली हमले में 22 जवानों के शहीद होने की पुष्टि हुई है, जबकि एक जवान राकेश्वर सिंह मन्हास है..नक्सलियों के कब्ज़े में कैद हैं, राकेश्वर सिंह के कैद होने की जानकारी खुद नक्सलियों ने मीडिया को दी है

Updated: Apr 06, 2021, 07:40 AM IST

Photo Courtesy: News 18.com
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रायपुर। बीजापुर में हुए नक्सली हमले में नक्सलियों के कब्ज़े में कैद जवान की बेटी ने नक्सलियों ने बेहद मार्मिक अपील की है। जवान की बेरी ने नक्सलियों से उसके पापा को घर भेज देने की गुहार लगाई है। जवान की बेटी के साथ साथ सात वर्षीय भतीजा भी अपने चाचा की राह देख रहा है।  

बीजापुर में हुए नक्सली हमले के बाद राकेश्वर सिंह मन्हास नक्सलियों के कब्ज़े में कैद हैं। राकेश्वर के कैद होने की जानकारी खुद नक्सलियों ने मीडिया दी है। इसके बाद जब मीडियाकर्मी सोमवार नक्सलियों के कब्ज़े में कैद जवान के घर पहुंचे। तब बेहद ही मार्मिक नजारा देखने को मिला।

राकेश्वर सिंह की पांच वर्षीय बेटी राघवी और सात वर्षीय भतीजा आकाश उनकी राह देख रहे हैं। राकेश्वर सिंह मन्हास की बेटी राघवी ने नक्सलियों से एक मार्मिक गुहार लगाते हुए कहा, 'नक्सली अंकल आप प्लीज़ मेरे पापा को घर भेज दीजिए, पापा की परी अपने पापा को बहुत मिस कर रही है।' 

राघवी के साथ साथ राकेश्वर सिंह का भतीजा भी उनकी राह देख रहा है। मीडियाकर्मी जैसे ही राकेश्वर सिंह के घर में दाखिल हुए वैसे ही जवान के भतीजे ने मीडियाकर्मियों से कहा, 'आप लोग तो मीडिया वाले हैं ना?, आपको तो पता ही होगा कि मेरे चाचा कहां हैं, आप लोग प्लीज़ मेरे चाचा को घर भिजवा दीजिए।' जब जवान की मासूम बेटी और नन्हे भतीजे ने नक्सलियों से गुहार लगाई उस दौरान घर के सभी सदस्यों सहित मीडियाकर्मियों की आंखें नम हो गई। राकेश्वर सिंह की बुज़ुर्ग मां को भी यही उम्मीद है कि सरकार नक्सलियों से बात कर उनके बेटे को घर भेज देगी।

बीते शनिवार बीजापुर में हुए एक नक्सली हमले में सीआरपीएफ के 22 जवान शहीद हो गए। हालांकि पहले 23 जवानों के शहीद होने की खबर थी। क्योंकि एक जवान का शव एयरफोर्स रिकवर नहीं कर पाई थी। अब नक्सलियों ने खुद इस बात की जानकारी दी है कि लापता जवान राकेश्वर सिंह मन्हास उनके कब्ज़े में हैं।