एक साल में 7 फ़ीसदी बढ़ा अपराध का ग्राफ़, महिलाओं के ख़िलाफ़ क्राइम में दस साल का रिकॉर्ड टूटा

दहेज से जुड़े अपराधों में 2023 में 14 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। 2023 में 15,489 दहेज से जुड़े मामले दर्ज हुए और 6,100 से ज्यादा महिलाओं की मौत हुई।

Updated: Oct 01, 2025, 06:35 PM IST

Photo Courtesy: OneIndia
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नई दिल्ली। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की 2023 की रिपोर्ट जारी हो गई है। यह रिपोर्ट बताती है कि साल 2023 में देश में कुल 62 लाख 41 हजार 569 अपराध दर्ज हुए। ये 2022 की तुलना में 7.2% ज्यादा हैं। यानी देश में अपराध के ग्राफ में 7.2 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

देशभर में महिलाओं पर 4.48 लाख अपराध दर्ज हुए, जो 10 साल में सबसे ज्यादा हैं। दुष्कर्म के मामलों में राजस्थान पहले स्थान पर है। यहां साल 2023 में बलात्कार के 5,078 केस दर्ज हुए। जबकि हत्या के मामले में बीजेपी शासित उत्तर प्रदेश सबसे आगे है। यहां साल 2023 में हत्या के 3,206 मामले दर्ज किए गए हैं।

NCRB की रिपोर्ट के मुताबिक राज्यों में हत्या और अपहरण के मामलों में NDA शासित उत्तर प्रदेश और बिहार सबसे ऊपर हैं। यानी गंभीर अपराधों की संख्या अन्य राज्यों की तुलना में इन दोनों राज्यों में सबसे अधिक है। इसके अलावा, सड़क दुर्घटनाओं के मामलों में भी यूपी टॉप पर है, जो राज्य में बढ़ती ट्रैफिक और सुरक्षा व्यवस्था की चिंताओं को दर्शाता है।

देशभर में साइबर क्राइम के मामलों में 31 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। 2023 में कुल 86,420 केस दर्द किए गए। साइबर के माध्यम से हत्या के मामले में यूपी, दुष्कर्म में राजस्थान और लूट में महाराष्ट्र सबसे आगे रहा। देश में सबसे कम साइबर क्राइम सिक्किम में दर्ज किए गए हैं।

बच्चों के खिलाफ अपराध के मामलों में भी 9.2 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में बच्चों पर अपराध के 1.77 लाख केस दर्ज हुए, जो 2022 में 1.62 लाख थे। यानी एक साल में  की बढ़ोतरी हुई। बच्चों के खिलाफ हर दिन औसतन 486 और हर तीन मिनट में एक अपराध दर्ज हुआ।

बच्चों के खिलाफ अपराध के मामले में 
मध्य प्रदेश सबसे ऊपर है। साल 2023 में राज्य में बच्चों पर अपराध के 22,393 केस सामने आए हैं।
बच्चों के खिलाफ अपराधों की दर 39.9 प्रति एक लाख बाल जनसंख्या रही, जो 2022 में 36.6 थी। इन मामलों में अपहरण के 79,884 यानी 45 फीसदी और पॉक्सो एक्ट के तहत अपराध के 67,694 यानी 38.2 फीसदी रहे। 

अधिकतर अपराधी पीड़ित के जानपहचान के लोग थे। कुल 40,434 मामलों में 39,076 मामलों में आरोपी जानकार थे। 3,224 में परिवार के सदस्य, 15,146 में परिवार के जानने वाले और 20,706 में दोस्त आदि थे।

दहेज से जुड़े अपराधों में 2023 में 14% की बढ़ोतरी हुई है। 2023 में 15,489 दहेज से जुड़े मामले दर्ज हुए और 6,100 से ज्यादा महिलाओं की मौत हुई। 2022 में 13,479 और 2021 में 13,568 मामले दर्ज हुए थे। दहेज के मामले में उत्तर प्रदेश सबसे ऊपर रहा, जहां 7,151 मामले दर्ज हुए। दहेज निषेध कानून के तहत 2023 में 83,327 मामले ट्रायल के लिए कोर्ट में पेंडिंग रहे, जिनमें से 69,434 पुराने मामले थे।

2023 में महिलाओं के खिलाफ अपराध 0.7% व बुजुर्गों पर 2.7% बढ़े। महिलाओं के खिलाफ अपराध में 4 लाख 48 हजार 211 केस दर्ज हुए, जिसमें सबसे ज्यादा पति या रिश्तेदार द्वारा क्रूरता, अपहरण, बलात्कार और छेड़छाड़ के मामले थे। महिलाओं के खिलाफ अपराधों में यूपी, महाराष्ट्र, प. बंगाल, राजस्थान सबसे आगे हैं।