आज व्यापारियों का भारत बंद , GST, पेट्रोल-डीज़ल की महंगाई का देश भर में विरोध

पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों, GST और ई-वे बिल समेत कई मुद्दों को लेकर देश भर के व्यापारी, ट्रेड यूनियन और ट्रांसपोर्टर्स आज हड़ताल पर हैं

Updated: Feb 26, 2021 07:59 AM IST

भोपाल में दिखा बंद का असर, व्यापारियों ने नहीं खोलीं दुकानें

भोपाल में भारत बंद का काफी असर दिखाई दिया। मध्य प्रदेश की राजधानी के प्रमुख बाज़ारों में व्यापारियों ने अपनी दुकानें नहीं खोलीं। भोपाल किराना व्यापारी महासंघ ने भी इस बंद का समर्थन किया है। प्रदेश के पुराने बाजारों के साथ साथ भोपाल के थोक किराना बाजार जुमेराती में सुबह से ही इसका असर दिखाई दिया। यहां सभी व्यापारियों ने अपनी दुकानें नहीं खोलीं। भोपाल किराना व्यापारी महासंघ के महासचिव अनुपम अग्रवाल ने मीडिया से कहा यह शांतिपूर्ण बंद पूरी तरह सफल रहा है।

किसान संगठनों ने भारत बंद का किया समर्थन

कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों ने भी व्यापारियों और ट्रेड यूनियनों के भारत बंद का समर्थन किया है। किसान संगठनों ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिए #FarmersSupportTraders के जरिए सोशल मीडिया पर भारत बंद के समर्थन में मुहिम भी छेड़ी है। 

 

ओडिशा के भुवनेश्वर में भारत बंद का असर

ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में भी भारत बंद का अच्छा खासा असर देखने को मिल रहा है। सड़कें और बाजार सुनसान हैं। 

 

 

 

 

पश्चिम बंगाल में भारत बंद का ज़बरदस्त असर

पश्चिम बंगाल में भारत बंद का ज़बरदस्त असर देखने को मिल रहा है। समाचार एजेंसी एएनआई ने बंद की जो तस्वीरें ट्वीट की हैं, उनमें तमाम बाज़ारों में सन्नाटा छाया है। सड़कें भी सुनसान पड़ी हैं। ये तस्वीरें पश्चिम बंगाल के बीरभूम की हैं।

 

 

8 करोड़ व्यापारी भारत बंद में शामिल

देश के 8 करोड़ से अधिक व्यापारी आज यानी 26 फरवरी को होने वाले भारत बंद में शामिल हैं। जीएसटी व्यवस्था को सरल बनाने की मांग को लेकर व्यापारियों के शीर्ष संगठन द कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने 26 फरवरी को भारत बंद का आह्वान किया है, जबकि ट्रांसपोर्टरों ने डीजल की कीमतें बढ़ने के विरोध में हड़ताल की है। सुबह 6 बजे से शुरू हुआ यह बंद रात आठ बजे तक चलने वाला है।

कौन कौन हैं इस बंद में शामिल

फेडेरेशन ऑफ एल्युमिनियम यूटेंसिलस मैन्यूफैक्चरर्स एंड ट्रेडर्स एसोसिएशन, नॉर्थ इंडिया स्पाइसेज़ ट्रेडर्स एसोसिएशन, ऑल इंडिया विमेंन्स एंटेरप्रेन्योर्स एसोसिएशन, ऑल इंडिया कम्प्यूटर डीलर एसोसिएशन, ऑल इंडिया कॉस्मेटिक मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशन समेत ढेरों व्यापारी संगठन इस हड़ताल में शामिल हैं।

भारत बंद के दौरान क्या हैं मांगें

भारत बंद के दौरान प्रमुख मांगों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में तत्काल कमी और इसमें एकरूपता, ई-वे बिल व जीएसटी से संबंधित मुद्दों का समाधान और वाहनों को कबाड़ करने की नीति को अमल में लाने से पहले ट्रांसपोर्टरों के साथ इस बारे में चर्चा शामिल है। संगठन ने कहा कि यदि सरकार ऐसा नहीं करती है तो वे देश भर में कामकाज ठप करने को मजबूर हो जाएंगे।

सरकार की नीतियों से ट्रांसपोर्टर्स परेशान

ट्रांसपोर्टरों के शीर्ष संगठन ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआईएमटीसी) ने कहा है कि इस बंद के जरिए वे डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों के साथ ही साथ टैक्स की ऊंची दरों, ई-वे बिल से जुड़ी समस्याओं और दस साल से ज्यादा पुरानी डीज़ल की गाड़ियों को कबाड़ बनाने की मौजूदा नीति का विरोध कर रहे हैं। 

व्यापारियों, ट्रेड यूनियनों, ट्रांसपोर्टर्स की हड़ताल को किसानों का भी समर्थन

पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों, जीएसटी और ईवे बिल समेत कई मुद्दों पर आज यानी 26 फरवरी को भारत बंद बुलाया गया है। देशभर के व्यापारी, ट्रेड यूनियनों और ट्रांसपोर्टर्स आज हड़ताल पर हैं। कृषि कानूनों का विरोध करने वाले कई कृषि संगठनों ने भी आज के इस भारत बंद को समर्थन देने का एलान किया है।