अजमेर के होटल में लगी भीषण आग, चार लोगों की मौत, चार गंभीर घायल
अजमेर के नाज होटल में सुबह भीषण आग लगने से 4 लोगों की मौत हो गई, जिनमें एक बच्चा और महिला भी शामिल हैं। हादसे में 4 लोग गंभीर रूप से झुलसे हैं।

अजमेर| अजमेर के डिग्गी बाजार स्थित नाज होटल में बुधवार सुबह करीब 8 बजे भीषण आग लग गई, जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में एक 4 साल का बच्चा, एक महिला, एक 20 वर्षीय युवक और दो 40 साल के पुरुष शामिल हैं। इस हादसे में डेढ़ साल के बच्चे समेत चार लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं। आग इतनी तेजी से फैली कि महज 30 मिनट में होटल की पांचवीं मंजिल तक पहुंच गई और करीब साढ़े तीन घंटे बाद ही उस पर काबू पाया जा सका।
हादसे के समय होटल में बड़ी संख्या में जायरीन ठहरे हुए थे जो दरगाह में इबादत करने आए थे। आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। कुछ लोग जान बचाने के लिए खिड़की से कूद गए। एक महिला ने अपने बच्चे को खिड़की से नीचे फेंक दिया ताकि उसे बचाया जा सके। एक युवक चौथी मंजिल से कूद गया और घायल हो गया।
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जेएलएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अनिल सामरिया ने बताया कि अस्पताल में आठ लोग लाए गए, जिनमें चार की मौत हो गई और चार की हालत गंभीर बनी हुई है। इनमें से एक व्यक्ति 90 प्रतिशत तक झुलस चुका है।
होटल तक पहुंचने का रास्ता संकरा होने के कारण बचाव कार्य में बाधा आई। रेस्क्यू के दौरान कई पुलिसकर्मी और दमकलकर्मी भी बेहोश हो गए उनकी तबीयत बिगड़ गई। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है जो ग्राउंड फ्लोर पर लगे मीटर और वायरिंग से शुरू हुआ और फर्नीचर तथा पीओपी की छत को चपेट में ले लिया।
फायर ब्रिगेड करीब आधे घंटे की देरी से पहुंची। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पहले धमाके की आवाज आई, फिर आग की लपटें उठने लगीं। एक टैक्सी ड्राइवर और स्थानीय लोगों ने कांच तोड़कर लोगों को बाहर निकाला। होटल का संचालन अवैध रूप से किया जा रहा था और फायर डिपार्टमेंट से इसकी एनओसी नहीं ली गई थी।
मृतकों में नई दिल्ली मोती नगर निवासी मोहम्मद जाहिद (40) शामिल हैं जो अपनी पत्नी रेहाना और बेटे इब्राहिम के साथ अजमेर जियारत पर आए थे। हादसे की जानकारी मिलने पर उनके परिजन दिल्ली से अजमेर के लिए रवाना हो चुके हैं।
कलेक्टर और डीआईजी सहित प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया। कलेक्टर ने कहा कि घायलों के बेहतर इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। वहीं पार्षद भारती श्रीवास्तव ने बताया कि जब आग लगी तब जायरीन होटल में सो रहे थे और उन्हें शीशे तोड़कर बाहर निकाला गया।