नवजात की मौत के बाद MY हॉस्पिटल में ऑपरेशन रैट किल शुरू, डॉक्टर्स करेंगे चूहों का सफाया

इंदौर के MY हॉस्पिटल में बीते दिनों दो नवजात बच्चों की मौत हो गई थी। दोनों नवजातों को चूहों ने बुरी तरह घायल कर दिया था। जिसके बाद अब अस्पताल से चूहों को भगाने के लिए सख्त कार्रवाई की जा रही है। इसके लिए अब ऑपरेशन रैट किल की शुरुआत की गई है।

Updated: Sep 10, 2025, 03:30 PM IST

इंदौर। इंदौर के सरकारी एमवाय अस्पताल में बीते दिनों चूहों के काटने की वजह से दो नवजातों की मौत के बाद अब ऑपरेशन रैट किल की शुरुआत की गई है। बताया जा रहा है कि  पेस्ट कंट्रोल एजाइल कंपनी को हटा दिया गया है। अब अस्पताल से चूहों के खात्मे के लिए मंगलवार रात डॉ. महेश कछारिया को असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट नियुक्त किया गया है। साथ ही हॉस्पिटल के सभी युनिट के इंचार्ज डॉक्टरों को चूहों को भगाने की ड्यूटी दी गई है। 

अस्पताल में चूहों के खिलाफ कार्रवाई के लिए कई तरह की तैयारियां की जा रही है। इसमें सबसे पहले तो जगह-जगह पर चूहामार दवाइयां, बड़े पिंजरे और रोडेंट ग्लू ट्रैप लगाए गए हैं। साथ ही चूहों के आतंक को समाप्त करने के लिए एंट्री गेट पर गार्ड तैनात किए गए हैं जो आने-जाने वाले लोगों के सामान को चेक करते हैं कि वो कहीं कोई खाद्द पदार्थ तो साथ नहीं ले जा रहे। इसके अलावा पार्किंग और बगीचे में जूठन या अन्य खाद्द पदार्थ न हो इसके लिए भी कड़ी निगरानी की जा रही है। साथ ही हॉस्पिटल में मौजूद 6 लिफ्टों और सीढ़ियों के पास भी चूहों की निगरानी के लिए लोगों की तैनाती की गई है।

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सबसे कड़ी निगरानी अस्पताल के एनआईसीयू और पीआईसीयू के पास रखी गई है। वहां गार्डों को तैनात किया गया है और हिदायत दी गई है कि किसी भी तरह से चूहों की एंट्री नहीं होनी चाहिए और अगर एक भी चूहा दिखे तो जल्द से जल्द उसे बाहर निकालें। इस यूनिट में इतनी कड़ी सुरक्षा इसलिए भी रखी गई है क्योंकि ये वही जगह है जहां नवजात शिशुओं को रखा जाता है। गार्डों की तैनाती के अलावा सीसीटीवी कैमरे से भी हॉस्पिटल के हर कोने में नजर रखी जा रही है। 

मध्य प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने मामले की समीक्षा करते हुए पूरी कार्रवाई बिल्कुल निष्पक्षता, पारदर्शिता और तथ्यों के आधार पर किए जाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने अस्पताल सुपरिटेंडेट डॉ. अशोक यादव, डॉ. बृजेश लाहोटी, प्रो. डॉ. मनोज जोशी और सहायक प्रभारी नर्सिंग अधिकारी कलावती भलावी को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं। 

इसके अलावा डॉ. मुकेश जायसवाल, प्रवीणा सिंह, नर्सिंग ऑफिसर आकांक्षा बेंजामिन और श्वेता चौहान के खिलाफ ससपेंशन नोटिस जारी किए गए हैं। वहीं, नर्सिंग सुपरिटेंडेंट मार्गरेट जोसफ को उनके पद से बर्खास्त कर दिया गया है। जबकि नर्सिंग ऑफिसर प्रेमलता राठौर का मानसिक चिकित्सालय, बाणगंगा तबादला कर दिया गया है।