यूरिया माँगने वाले किसानों पर हो रही है FIR, छिंदवाड़ा की घटना पर बरसे कमलनाथ
कमलनाथ ने कहा कि सरकार खाद माँगने वाले किसानों को असामाजिक तत्व घोषित कर रही है और ऐसे क़रीब 130 किसानों के ख़िलाफ़ FIR भी दर्ज कर दी गई है।

छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में किसानों को यूरिया खाद के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पिछले एक महीने में जिले में कई जगह किसानों ने खाद न मिलने में सोसायटी के बाहर प्रदर्शन किया है। अमरवाड़ा विधानसभा में बुधवार को खाद न मिलने पर किसानों ने जगह-जगह प्रदर्शन किया। इसके बाद स्थानीय प्रशासन द्वारा दो दर्जन से अधिक किसानों पर नामजद और 100 से अधिक अज्ञात लोगों पर मामला पंजीबद्ध किया गया। इसे लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मोहन सरकार पर निशाना साधा है।
कमलनाथ ने एक्स पोस्ट में लिखा, 'क्या छिंदवाड़ा में खेती करना और खेती के लिए यूरिया माँगना अपराध हो गया है? छिंदवाड़ा में यूरिया की माँग करने वाले किसानों के साथ भाजपा सरकार ऐसा व्यवहार कर रही है, जैसा व्यवहार अंग्रेजों ने भी नहीं किया। सरकार खाद माँगने वाले किसानों को असामाजिक तत्व घोषित कर रही है और ऐसे क़रीब 130 किसानों के ख़िलाफ़ एफ़आइआर भी दर्ज कर दी गई है।'
कमलनाथ ने आगे लिखा, 'पूरे प्रदेश सहित छिंदवाड़ा का किसान भी पिछले क़रीब एक महीने से यूरिया पाने के लिए मशक़्क़त कर रहा है। सुबह से किसान यूरिया लेने के लिए लाइन में लग जाते हैं। कई बार किसानों के साथ प्रशासन ने सख़्ती की है। किसानों को यूरिया देने की जगह सरकार सिर्फ़ आश्वासन देती रही। लेकिन अब तो हद हो गई है, यूरिया माँगने पर एफ़आइआर दर्ज हो रही है। किसानों को असामाजिक तत्व बताया जा रहा है।उनके साथ अपराधियों से बुरा व्यवहार हो रहा है।'
उन्होंने राज्य सरकार से माँग करते हुए कहा कि कि किसानों के ख़िलाफ़ यूरिया माँगने पर इस तरह के आपराधिक प्रकरण दर्ज करना बंद किया जाए और जो प्रकरण दर्ज हो चुके हैं उन्हें न्यायोचित तरीक़े से वापस लिया जाए। बता दें कि जिला प्रशासन अभी भी दावा कर रहा है कि यूरिया की पर्याप्त उपलब्धता है। जबकि किसान लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। अमरवाड़ा के सिंगोड़ी में किसानों ने खाद न मिलने पर नेशनल हाईवे जाम किया था। प्रशासन ने चक्काजाम मामले में ही इनके विरुद्ध FIR दर्ज की है।