कमला नेहरू अस्पताल के अधिकारियों पर गिरी गाज, कांग्रेस ने मांगा मंत्री विश्वास सारंग का इस्तीफा

कांग्रेस ने चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग से इस्तीफा मांगने के साथ साथ इस पूरे मामले की जांच हाई कोर्ट के सिटिंग जज के हाथों सौंपने की मांग की है

Publish: Nov 11, 2021, 04:25 AM IST

भोपाल। कमला नेहरू अस्पताल अग्निकांड में कुल 5 अधिकारियों पर गाज गिरी है।चार अधिकारियों को उनके पद से हटा दिया गया है जबकि एक अधिकारी को निलंबित किया गया है। गांधी मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ जितेंद्र शुक्ला, हमीदिया अधीक्षक डॉ लोकेंद्र दवे, कमला नेहरू अस्पताल के संचालक केके दुबे, सीपीए के इंजीनियर देवेंद्र तिवारी को हटाया गया है। जबकि सीपीए के सब इंजीनियर अवधेश भदौरिया को सस्पेंड कर दिया गया है। 

हालांकि कांग्रेस इस मामले में गहन जांच की मांग कर रही है। कांग्रेस पार्टी ने इस पूरे मामले की जांच हाई कोर्ट के सिटिंग द्वारा कराए जाने की मांग की है। इसके साथ कांग्रेस पार्टी ने चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग का इस्तीफा भी मांगा है। बुधवार को इस संबंध में पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की थी। 

कांग्रेस लगातार राज्य सरकार पर बच्चों की मौत का आंकड़ा छुपाने का आरोप लगा रही है। बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जीतू पटवारी ने कहा था कि बीते 48 घंटों में 14 बच्चों की मौत की बात सामने आ चुकी है, लेकिन राज्य सरकार के आंकड़े पर केवल चार मौत ही दर्ज हैं। जीतू पटवारी ने कहा कि चिकित्सा शिक्षा मंत्री को नैतिकता के आधार पर तत्काल ही अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। वहीं कांग्रेस के राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने भी जिम्मेदार लोगों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। 

इसके साथ ही पूर्व सीएम कमल नाथ ने भी अस्पतालों में बरती जा रही लापरवाही को लेकर सवाल खड़े किए थे। कमल नाथ ने कहा कि हादसे के वक्त अस्पताल में भर्ती करीब 150 बच्चे प्रभावित हुए। लेकिन सरकार के मुताबिक केवल चालीस बच्चे ही चाइल्ड वार्ड में भर्ती थे। पीसीसी चीफ ने कहा कि नवजात बच्चों की मौत के जिम्मेदार लोगों पर हत्या का प्रकरण दर्ज किया जाना चाहिए।