केस सेटल कराने में लगेंगे 5 करोड़ रुपए, CBI ने ED के डिप्टी डायरेक्टर को रिश्वत लेते किया गिरफ्तार

ईडी के डिप्टी डायरेक्टर चिंतन रघुवंशी को 20 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए CBI ने गिरफ्तार किया है। वह मनी लॉन्ड्रिंग केस को 'सेटेल' करने के बदले में पांच करोड़ रुपए रिश्वत मांग रहा था।

Updated: May 30, 2025, 06:02 PM IST

भुवनेश्वर। देशभर में केंद्रीय जांच एजेंसी ED की ओर से हो रही कार्रवाई लगातार सवालों के घेरे में है। विपक्ष का आरोप है कि सरकार इसे टूल की तरह इस्तेमाल कर रही है। ED के अफसरों पर कारोबारियों से रिश्वत लेने के भी आरोप लगते रहे हैं। इसी बीच अब ED का डिप्टी डायरेक्टर रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। खास बात है कि उसे केंद्र की ही जांच एजेंसी CBI ने गिरफ्तार किया है।

मामला उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर का है, जहां ईडी की एक टीम सर्च ऑपरेशन के लिए गई थी। इसी दौरान यह रिश्वतखोरी का मामला सामने आया. चिन्तन रघुवंशी भारतीय राजस्व सेवा (IRS) के अधिकारी हैं और उन्हें CBI ने उनके खिलाफ शिकायत मिलने के बाद ट्रैप कर पकड़ा। 

रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरोपी ईडी के डिप्टी डायरेक्टर चिन्तन रघुवंशी ने बिजनेसमैन से कुल 5 करोड़ रुपये की रिश्वत की मांग की थी। बाद में यह सौदा 2 करोड़ में तय हुआ। वह शुक्रवार को पहली किस्त के तौर पर 20 लाख रुपये लेते हुए पकड़ा गया। CBI अधिकारियों के अनुसार, डिप्टी डायरेक्टर रघुवंशी ने पीड़ित कारोबारी को मनी लॉन्ड्रिंग केस में राहत देने का लालच दिया था। इसकी एवज में भारी-भरकम रिश्वत मांगी गई थी। जैसे ही कारोबारी ने पहली किस्त दी, CBI ने जाल बिछाकर उसे पकड़ लिया।

बहरहाल, CBI ने रघुवंशी को गिरफ्तार कर लिया है और अब उससे पूछताछ जारी है। इस मामले ने ईडी जैसी अहम संस्था की साख पर सवाल खड़े कर दिए हैं, जो देशभर में आर्थिक अपराधों और मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों की जांच करती है।