ओंकारेश्वर में भीषण सड़क हादसा, श्रद्धालुओं से भरी बस होटल में घुसी, 12 से ज्यादा घायल

मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर और दतिया में गुरुवार को चार सड़क हादसे हुए। ओंकारेश्वर में बस होटल में घुस गई। जिसमें एक दर्जन लोग घायल हुए। वहीं रतनगढ़ माता मंदिर से लौट रहे श्रद्धालुओं के तीन हादसों में एक की मौत और 28 घायल हुए। सभी घटनाएं ओवरलोडिंग और लापरवाही से हुई।

Updated: Oct 23, 2025, 06:09 PM IST

ओंकारेश्वर/दतिया। मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर और दतिया जिलों में गुरुवार को चार भीषण सड़क हादसे हुए। इन भीषण सड़क हादसों से इलाके में हड़कंप मच गया। ओंकारेश्वर में जहां एक यात्री बस अनियंत्रित होकर होटल में जा घुसी, वहीं दतिया में रतनगढ़ माता मंदिर से लौट रहे श्रद्धालु तीन अलग-अलग हादसों का शिकार हो गए। इन घटनाओं में एक श्रद्धालु की मौत हो गई जबकि 40 से अधिक लोग घायल हुए हैं।

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पहला बड़ा हादसा तीर्थनगरी ओंकारेश्वर में दोपहर को हुआ। बताया जा रहा है कि शिवकोठी के पास ओंकारेश्वर रोड पर एक यात्री बस अचानक अनियंत्रित हो गई और सीधे सड़क किनारे बने एक होटल में जा घुसी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि होटल की दीवार टूट गई और बस का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे में करीब एक दर्जन यात्री घायल हो गए। सभी घायलों को तत्काल सनावद अस्पताल ले जाया गया। मांधाता पुलिस के मुताबिक, हादसे में किसी की जान नहीं गई है। सभी घायलों को हल्की चोटें आई हैं। प्रारंभिक जांच में बस के ब्रेक फेल होने की आशंका जताई जा रही है।

दूसरी ओर दतिया में श्रद्धालुओं के जत्थों के साथ तीन अलग-अलग हादसे हुए। पहला हादसा धीरपुरा थाना क्षेत्र में उस समय हुआ जब रतनगढ़ माता मंदिर से लौट रहे श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली पलट गई। इस हादसे में 18 लोग घायल हो गए। दूसरे हादसे में झांसी जिले के मुरारी गांव से आए श्रद्धालु शामिल थे। उनकी ट्रॉली पलटने से एक की मौके पर मौत हो गई जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। तीसरा हादसा सेंथरी गांव के पास हुआ जहां श्रद्धालुओं से भरा एक ऑटो पलट गया। इस दुर्घटना में सात लोग घायल हुए।

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स्थानीय प्रशासन के अनुसार, ये सभी हादसे ओवरलोडिंग और वाहन चालकों की लापरवाही के कारण हुए। जबकि कलेक्टर ने पहले ही ट्रैक्टर-ट्रॉली और लोडिंग वाहनों में सवारियां ले जाने पर प्रतिबंध लगाया था। इसके बावजूद दर्जनों वाहन रतनगढ़ मेले से श्रद्धालुओं को भरकर बिना रोक-टोक विभिन्न पुलिस चौकियों से गुजरते रहे। इन सभी हादसों में घायल हुए लोगों को वहां के नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है और जिला प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों ने कहा है कि ओवरलोडिंग और लापरवाही के मामलों में संबंधित वाहन चालकों और जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।