केंद्र सरकार के खिलाफ विपक्ष का प्रदर्शन, खतरे में लोकतंत्र लिखा पोस्टर लिए विजय चौक तक किया मार्च

विपक्षी सांसदों को मार्च के दौरान पुलिस ने विजय चौक पर रोक लिया। यहां कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि जो सच बोल रहे हैं उन्हें सताया जा रहा। विपक्ष को डराया जा रहा है।

Updated: Mar 24, 2023, 01:50 PM IST

नई दिल्ली। मानहानि केस में राहुल गांधी को दो साल की सजा वाले फैसले के खिलाफ विपक्ष लामबंद है। विपक्षी सांसदों ने शुक्रवार को एकजुट होकर संसद भवन से मार्च निकाला। विपक्षी सांसद अपने साथ “लोकतंत्र खतरे में है” लिखा बड़ा पोस्टर लिए हुए थे। वे मार्च करते हुए राष्ट्रपति भवन तक न जा पाएं इसलिए पुलिस ने उन्हें विजय चौक पर ही रोक दिया। पुलिस की ओर से कहा गया कि यहां धारा 144 लगाई गई है। इसलिए धरना-प्रदर्शन कानूनी अपराध है।

विजय चौक पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "नरेंद्र मोदी जनता से कुछ छिपाना चाहते हैं। नीरव मोदी और माल्या जैसे बहुत से लोग हजारों करोड़ रुपए लूटकर देश से बाहर चले गए। मोदी उनके बारे में कुछ नहीं बोलते हैं। जनता का पैसा निकालकर अडानी को दे दिया। आज उनके शेयर की कीमत गिर रही है तो एलआईसी और बैंकों को भी नुकसान हो रहा है। हम JPC की मांग कर रहे हैं। वो डर रहे हैं। हम लड़ते रहेंगे। एक जुट होकर लड़ रहे हैं।"

कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा, "राहुल गांधी सच बोल रहे हैं। क्या यह गलत है? वे आज राहुल को भी बोलने नहीं दे रहे हैं। उनकी चाल है कि हम लूटते रहेंगे, तुम मुंह बंद कर रखो। राहुल गांधी ने बोलने की मांग के लिए पत्र दिया, लेकिन उन्हें बोलने नहीं दिया जा रहा है। इससे पता चलता है कि लोकतंत्र को खत्म करने की कोशिश की जा रही है। अगर वे इसी राह पर चलते रहे तो तानाशाही आएगी। लोकतंत्र पर खतरा है, जिसके खिलाफ हम लड़ रहे हैं।"

उधर सूरत कोर्ट के फैसले के खिलाफ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने दिल्ली स्थिति पार्टी मुख्यालय के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं को विरोध मार्च निकालने से रोकने के लिए दिल्ली पुलिस द्वारा पार्टी ऑफिस के बाहर बैरिकेडिंग की गई थी। पुलिस ने बल प्रयोग कर कार्यकर्ताओं को रोका और बैरिकेड पार करने की कोशिश करने वालों को गिरफ्तार कर लिया।

इससे पहले मानहानि मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद शुक्रवार को राहुल गांधी लोकसभा भी पहुंचे। हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के थोड़ी देर बाद ही स्थगित कर दी गई। कार्यवाही शुरू होने से पहले राहुल कांग्रेस सांसदों की बैठक में भी शामिल हुए। इस बैठक के दौरान कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी भी मौजूद थीं। लोकसभा में विपक्षी पार्टियों के सांसदों के भारी हंगामे के बीच वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश फाइनेंस बिल को भी पारित करा लिया गया।