अशोक गहलोत की नेता सोनिया गांधी नहीं बल्कि वसुंधरा राजे हैं, सचिन पायलट का पलटवार

सचिन पायलट ने ऐलान किया है कि वह 11 मई को 'जन संघर्ष पद यात्रा' की शुरुआत अजमेर से करेंगे, जो 125 किलोमीटर लंबी होगी। इसमें पायलट जनता के बीच जाकर उनकी शिकायतें सुनेंगे।

Updated: May 09, 2023, 01:58 PM IST

जयपुर। राजस्थान कांग्रेस में अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच की लड़ाई अब खुलकर सामने आ गई है। उन्होंने गहलोत के आरोपों पर मंगलवार को खुलकर जवाब दिया। उन्होंने कहा कि मैं पहली बार देख रहा हूं कि कोई अपनी ही पार्टी के सांसदों और विधायकों की आलोचना कर रहे हैं। पायलट ने तंज कसते हुए कहा कि अशोक गहलोत की नेता सोनिया गांधी नहीं बल्कि वसुंधरा राजे हैं।

गहलोत के बयान पर पलटवार करते हुए पायलट ने कहा, 'मुख्यमंत्री की बातों से लगता है कि उनकी नेता वसुंधरा राजे हैं, सोनिया गांधी नहीं। अपने नेताओं को खुश करने के लिए बहुत सारे लोग बहुत सारी बातें करते हैं, चुगली करते हैं। ऐसी बातें मुझसे भी की जाती हैं, लेकिन मैं मंच पर ये कहूं तो यह शोभा नहीं देता है। एक तरफ ये कहा जा रहा है कि कांग्रेस सरकार को गिराने का काम बीजेपी पर रही थी, दूसरी तरफ ये कहा गया कि कांग्रेस सरकार को बचाने का कार्य वसुंधरा राजे कर रही थीं। वह कहना क्या चाहते हैं, स्पष्ट करें।'

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2020 के राजस्थान राजनीतक संकट का जिक्र करते हुए सचिन पायटल ने कहा, 'मैं उप मुख्यमंत्री था, उस समय मुझपर राजद्रोह के आरोप में कार्रवाई करने की कोशिश की गई थी। लेकिन हम बस नेतृत्व परिवर्तन चाहते थे, इसलिए दिल्ली गए और AICC के सामने बात रखी। इसके बाद एक कमेटी का गठन हुआ. कमेटी ने सबकी बात सुनी और उसके आधार पर एक रोड मैप तैयार किया। इसके बाद से हर छोटे-बड़े कार्य में सभी साथियों ने मिलकर काम किया और मेहनत की। अनुशासन तोड़ने का कार्य कभी किसी ने नहीं किया।'

सचिन पायलट ने आगे कहा कि उन्हें पहले भी 'कोरोना', 'गद्दार' और 'निकम्मा' तक कहा गया है। अशोक गहलोत ने जो आरोप लगाए, वह पहले कई बार लगाए जा चुके हैं, लेकिन सार्वजनिक तौर पर हम कुछ नहीं कहना चाहते थे। अशोक गहलोत के भाषण ने कांग्रेस के नेताओं का अपमान किया और बीजेपी के नेताओं का गुणगान किया। उन्होंने ऐसा क्यों किया, ये समझ से परे है। सचिन पायलट ने आगे कहा कि सीएम गहलोत ने ऐसे विधायकों पर आरोप लगाए, जो राजनीति में 40-45 साल से काम कर रहे हैं. उनके क्षेत्र के लोग जानते हैं कि वह कैसे नेता हैं, कैसा काम करते हैं। ऐसे विधायकों पर इल्जाम लगाना गलत है।

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पायलट ने कहा, 'मैं जब-जब वसुंधरा राजे के काल में करप्शन की बात करता हूं, पेपर लीक आदि की बात करता हूं तो जवाब ही नहीं मिलता। इसलिए मैंने फैसला लिया है कि 11 तारीख को अजमेर से एक यात्रा निकालूंगा। जनता के बीच जाकर जनता की आवाज सुनेंगे और जनता के मुद्दों को उठाएंगे। नौवजानों के मुद्दों को उठाकर जन संघर्ष यात्रा निकालने जा रहे हैं, जो लगभग 125 किलोमीटर लंबी होगी। सही फैसले तब लिए जाएंगे, जब जनता का प्रेशर सरकार पर बनेगा।'