लोकतंत्र के तीनों स्तंभों को ध्वस्त कर रही है मोदी सरकार, जनता चुप नहीं बैठेगी: सोनिया गांधी

धार्मिक त्योहार अब खुशी और उत्सव का पर्व नहीं रह गए हैं, बल्कि दूसरों को डराने और परेशान करने का मौका बनकर रह गए हैं: द हिंदू में छपे लेख में सोनिया गांधी

Updated: Apr 11, 2023, 05:22 PM IST

नई दिल्ली। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष व यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने कहा है कि मोदी सरकार लोकतंत्र से घृणा करती है। उन्‍होंने इसे चिंताजनक बताते हुए एक आर्टिकल लिखा है। द हिंदू अखबार के संपादकीय पेज पर छपे लेख में सोनिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार ने भारतीय लोकतंत्र की तीनों स्‍तंभों को सिस्‍टमैटिक तरीके से ध्वस्त कर रही है। लेकिन जनता चुप नहीं बैठेगी। सोनिया ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने मीडिया को डरा-धमका कर उसकी स्‍वतंत्रता छीन ली है। केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का मुद्दा उठाते हुए सोनिया ने लिखा है कि बीजेपी में जाने वालों के खिलाफ मुकदमे 'चमत्‍कारी रूप से' गायब हो जाते हैं। 

सोनिया गांधी ने लिखा है कि केंद्र की मोदी सरकार 
आज न्‍यायपालिका को नीचा दिखाने में लगी है। उन्‍होंने केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू की भाषा पर भी सवाल उठाए। सोनिया ने लिखा कि न्यायपालिका की विश्वसनीयता को खत्म करने की योजनाबद्ध कोशिशें अब चरम पर पहुंच गई हैं। केंद्रीय कानून मंत्री रिटायर्ड जजों को एंटी-नेशनल कहते हैं और धमकी देते हैं कि उन्हें कीमत चुकानी पड़ेगी। यह भाषा जानबूझकर लोगों को गुमराह करने और जजों को डराने के लिए इस्तेमाल की जाती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी समान विचारों वाले दलों के साथ हाथ मिलाकर भारत के संविधान की रक्षा के लिए हर कोशिश करेगी।

सोनिया गांधी लिखती हैं कि मीडिया की आजादी तो काफी पहले ही सरकार की राजनीतिक धमकियों की भेंट चढ़ चुकी है। इसमें भाजपा के दोस्तों का आर्थिक दखल बड़ा कारण है। अब न्यूज चैनलों पर शाम की डिबेट सरकार से सवाल करने वालों को चुप कराने के लिए होती है। इतना ही नहीं, सरकार ने इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के नियमों में बदलाव करके खुद को ये कानूनी ताकत भी दे दी है कि फेक न्यूज का लेबल लगाकर किसी भी खबर की कानूनी सुरक्षा को खत्म कर सकते हैं।

सोनिया गांधी ने आगे लिखा कि, 'BJP और RSS के लोगों ने देश में जिस नफरत और हिंसा को बढ़ावा दिया था, वह अब बढ़ती जा रही है और PM इसे नजरअंदाज कर रहे हैं। उन्होंने एक बार भी शांति या सौहार्द्र बनाए रखने की बात नहीं कही है या दोषियों पर लगाम कसने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की है, ऐसे में उन्हें सजा मिलना तो दूर की बात है। धार्मिक त्योहार अब खुशी और उत्सव का पर्व नहीं रह गए हैं, बल्कि दूसरों को डराने और परेशान करने का मौका बनकर रह गए हैं। अब लोगों को उनके धर्म, खानपान, जाति और भाषा के आधार पर अलग-थलग किया जाता है।'

यह भी पढ़ें: कुर्सी किसी की सगी नहीं होती, जिस दिन कुर्सी गई तो क्या हश्र होगा... भाजपा मंत्रियों पर बरसे दिग्विजय सिंह

सोनिया ने कहा कि, 'नरेंद्र मोदी सरकार ने CBI और ED का जो दुरुपयोग किया है, वह सबको पता है। 95% से ज्यादा राजनीतिक केस सिर्फ विपक्षी पार्टियों के खिलाफ दाखिल किए गए हैं और और वे लोग जो भाजपा जॉइन कर लेते हैं, उनके खिलाफ केस किसी जादू की तरह गायब हो जाते हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बनाए गए कानूनों का जर्नलिस्ट्स, एक्टिविस्ट्स और थिंक-टैंक्स के खिलाफ किया गया इस्तेमाल चौंकाने वाला है। PM सच्चाई और न्याय के लिए बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, लेकिन PM के चुने गए एक बिजनेसमैन पर जब फ्रॉड का आरोप लगता है तो वह नजरअंदाज कर दिया जाता है। इंटरपोल ने एक भगोड़े मेहुल चौकसी के खिलाफ नोटिस वापस ले लिया और बिलकिस बानो के रेप के दोषियों को रिहा कर दिया गया, जिसके बाद वे भाजपा नेताओं के साथ मंच साझा करते दिखे।'