MP विधानसभा में नर्सिंग महाघोटाले पर चर्चा, मंत्री सारंग के इस्तीफे की मांग पर अड़ी कांग्रेस
राघौगढ़ विधायक जयवर्धन सिंह ने कहा कि प्रदेश में ऐसे कॉलेजों को मान्यता देने का पत्र जारी किया गया, जो अमान्य घोषित थे। पूर्व मंत्री पर क्या कार्रवाई की जाएगी?
भोपाल। विधानसभा में बजट सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को नर्सिंग घोटाले के ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा हो रही है। विपक्ष जहां पूर्व चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग को कैबिनेट से बर्खास्त करने की मांग पर अड़ी हुई है। वही, सत्तापक्ष सारंग के बचाव में है। इस दौरान दोनों पक्षों में जमकर नोंकझोंक देखने को मिल रही है। सदन में कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह और हेमंत कटारे ने घोटाले के व्हिसलब्लोअर रवि परमार पर दर्ज मुकदमे वापस लेने की भी मांग की।
राघौगढ़ विधायक जयवर्धन सिंह ने चर्चा के दौरान कहा कि, 'सीबीआई का जांच अधिकारी भी भ्रष्ट निकला। 15 दिसंबर 2022 को ऐसे कॉलेजों को मान्यता देने का पत्र जारी किया गया, जो अमान्य घोषित थे। भोपाल के मलय कॉलेज ऑफ नर्सिंग को मंत्री के पत्र के सात दिन बाद 22 दिसंबर 2022 को मान्यता दे दी जाती है। इसका मालिक जेल में है। इसके बाद दो और बैठकों में 17 और 21 कॉलेजों को मान्यता दी गई। ये भी अमान्य थे। ऐसे में शिक्षा मंत्री से आग्रह है कि वह इसकी जानकारी अपने वक्तव्य में जरूर दें कि पूर्व मंत्री पर क्या कार्रवाई की जाएगी?'
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वहीं, उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने कहा कि विश्वास सारंग के मंत्री रहने के दौरान 1 वर्ष में 219 कॉलेज खोले गए। कोविड काल में यह सारा खेल हुआ। सुनीता शिजू, योगेश शर्मा का मामला कटारे ने उठाया। शर्मा की नियुक्ति में नियमों का पालन नहीं किया गया है। मंत्री विश्वास सारंग जांच प्रभावित कर सकते हैं। ऐसे में क्या उन्हें मंत्रिमंडल से हटाया जाएगा?
कटारे ने कहा कि 80% कॉलेज में सैकड़ों कमियां हैं। नर्सिंग संस्थाओं के पास स्वयं के भवन, लैब, लाइब्रेरी, टीचिंग स्टाफ और अस्पताल नहीं है। कागज पर अस्पतालों को लाइसेंस जारी किए गए जिन संस्थाओं के पास अस्पताल है तो मानक के अनुसार पलंग की संख्या नहीं है। अस्पताल में उपकरण, डॉक्टर, स्टाफ नहीं है। मरीज नहीं, नियम अनुसार ऑक्युपेंसी नहीं है। उन्होंने कहा कि वीसी, रजिस्ट्रार के खिलाफ भी कार्रवाई हो। एसीएस जो पहले थे, अभी भी हैं, उनको हटाया जाए। इस मामले में जिम्मेदार महेंद्र गुप्ता की संपत्ति की जांच होनी चाहिए।