छात्र संघ चुनाव की मांग को लेकर जबलपुर में NSUI का प्रदर्शन, पुलिस ने किया बल प्रयोग, 20 कार्यकर्ता गिरफ्तार
एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष चौकसे ने पुलिस कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि प्रदेश में छात्र अपने संवैधानिक अधिकार की बात भी नहीं कर पा रहे हैं।

जबलपुर। मध्य प्रदेश में छात्र संघ चुनाव कराने की मांग एक बार फिर तेज हो गई है। बुधवार को इसी मांग को लेकर NSUI ने जबलपुर में कलेक्ट्रेट का घेराव किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए 20 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार भी किया है। पुलिस उन्हें आधे घंटे से समझा रही थी और वे कलेक्ट्रेट जाने पर अड़े थे।
एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष चौकसे ने पुलिस कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि छात्र अपने संवैधानिक अधिकार की बात भी नहीं कर पा रहे हैं। शहर के टाउन हॉल में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कलेक्ट्रेट की ओर निकले सैकड़ों कार्यकर्ताओं को पुलिस ने घंटाघर में बैरिकेडिंग लगाकर रोक लिया। कार्यकर्ता आगे बढ़ने के लिए बैरिकेड पर चढ़ गए। पुलिस ने उन्हें खींचकर नीचे उतारा। इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच हल्की झड़प भी हुई।
करीब आधा घंटे की समझाइश के बाद भी कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट का घेराव करने पर अड़े रहे, तो पुलिस ने गिरफ्तारी शुरू कर दी। इस दौरान पुलिस ने हल्की लाठी भी चलाई। आशुतोष चौकसे का कहना है कि भाजपा सरकार छात्र संघ चुनाव नहीं होने देना चाहती है। जबकि प्रदेश के सभी महाविद्यालय और कॉलेज छात्रों से चुनाव का शुल्क वसूल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि छात्र संघ चुनाव विद्यार्थियों का संवैधानिक अधिकार है। इसे दबाना लोकतंत्र की जड़ों पर प्रहार करने जैसा है और सरकार इस मांग पर जानबूझकर ध्यान नहीं दे रही है। संगठन के जिला अध्यक्ष सचिन रजक ने भी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।
बता दें कि मध्य प्रदेश के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में बीते 8 साल से छात्र संघ चुनाव नहीं हुए। चुनाव को लेकर दायर जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से जवाब मांगा था। कोर्ट ने पूछा था कि छात्र संघ चुनाव कराने में आखिर समस्या क्या है? याचिका में हाईकोर्ट को यह भी बताया है कि यूनिवर्सिटी प्रबंधन छात्रसंघ चुनाव के लिए प्रत्येक छात्र से 250 रुपए शुल्क लेता है। फिर भी चुनाव नहीं कराए जा रहे हैं। यह प्रक्रिया 2017 से ही बंद है।