एमपी में 8, यूपी में 6 मजदूरों को कुचला
गुना जिला अस्पताल में फर्श पर पड़े रहे घायल और यूपी में सड़क पर बिखर गईं पूडियां और बिस्किट

कोरोना संकट के समय जब काम बंद है और महामारी को लेकर मौत की आशंका है तो काम के लिए अपने घर से बाहर गए श्रमिक लौट रहे हैं। काम और राशन न मिलने से परेशान श्रमिकों को साधन नहीं मिला तो वे पैदल ही घर की ओर निकल पड़े। मगर बीमारी से बचने के जतन में दुर्घटनाओं में इनकी मौत हो रही है। बीती रात एमपी के गुना में 8 मजदूरों की मौत हो गई। दूसरी तरफ, यूपी के मुजफ्फरमनगर में भी 6 मजदूरों की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई है।
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समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार गुना के केंट पुलिस थाना क्षेत्र में बीती रात लगभग 2.30 बजे एक बस और ट्रक में टक्कर हो गई। इस दुर्घटना में ट्रक में सवार 8 मजदूरों की मौत हुई जबकि 50 अन्य घायल हुए हैं। मृतक मजदूर महाराष्ट्र से यूपी अपने घर जा रहे थे। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। यहां बिस्तर नहीं होने पर घायल को फर्श पर सोना पड़ा।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने घटना पर दु:ख प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मांग की है कि प्रभावित परिवारों को मुआवज़ा दें तथा घायलों का उपचार करवाकर उन्हें शासकीय खर्च पर उनके घर तक पहुँचाएं।
मप्र गुना में महाराष्ट्र से उत्तर प्रदेश जा रहे हैं मज़दूरों का ट्रक बस से टकरा गया जिसमें ८ मज़दूरों की मौत हो गयी और ५० घायल हो गये। मैं मुख्यमंत्री जी से अनुरोध करता हूँ प्रभावित परिवारों को मुआवज़ा दें तथा घायलों का उपचार करवा कर उन्हें शासकीय खर्च पर उनके घर तक पहुँचवायें।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) May 14, 2020
गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने पत्रकारों को बताया कि एमपी सरकार घायलों का समुचित उपचार कर रही है। यूपी सरकार ने मृतकों के परिवार को दो-दो लाख की सहायता प्रदान की है।
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घटना पर प्रतिक्रिया में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि मैं सरकार से माँग करता हूँ कि हमारे प्रदेश में घायलों का समुचित इलाज हो, पीड़ित परिवारों की हरसंभव मदद हो। पता नहीं इस महामारी के संकट काल में रोज़ी-रोटी के अभाव में महाप्रस्थान की पीड़ा झेल रहे इन ग़रीब, बेबस, लाचार मज़दूर भाइयों की सकुशल-सुरक्षित घर वापसी कब होगी? सड़कों पर इनकी अकाल मृत्यु कब रुकेगी? सरकार कब नींद से जागेगी? इनकी घर वापसी के लिये पर्याप्त साधन-संसाधन की व्यवस्था कब होगी?
मै सरकार से माँग करता हूँ कि हमारे प्रदेश में घायलों का समुचित इलाज हो , पीड़ित परिवारों की हरसंभव मदद हो।
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) May 14, 2020
पता नहीं इस महामारी के संकट काल में रोज़ी-रोटी के अभाव में महाप्रस्थान की पीड़ा झेल रहे इन ग़रीब,बेबस , लाचार मज़दूर भाइयों की सकुशल-सुरक्षित घर वापसी कब होगी ,
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उधर,उत्तर प्रदेश के मेरठ में बुधवार देर रात हुए हादसे में 6 प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई। यह दुर्घटना मुजफ्फरनगर-सहारनपुर स्टेट हाइवे पर हुई जहां एक रोडवेज बस ने पंजाब से लौट रहे श्रमिकों को कुचल दिया। हादसे में छह मजदूरों की मौत हो गई और चार की हालत गंभीर है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बिहार में गोपालगंज जिले के रहने वाले कुछ मजदूर पंजाब से पैदल लौट रहे थे। घलौली चेकपोस्ट से आगे रोहाना टोल प्लाजा के पास हुआ।पीछे से आ रही तेज रफ्तार रोडवेज बस ने उन्हें कुचल दिया।
मीडिया खबरों के अनुसार पुलिस को पूछताछ में दो मजदूरों ने बताया कि रोडवेज बस ने मजदूरों को पीछे से कुचला है। दुर्घटनास्थल पर मजदूरों की चप्पलें बिखरी हुई थी। नहीं खाई गई पूड़ियां व बिस्किट के पैकेट भी सड़क पर पड़े मिली। मुजफ्फरनगर सिटी कोतवाली पुलिस ने देर रात नाकेबंदी करते हुए रोडवेज बस का पता लगाया। वह आगरा के ताज डिपो की है। ड्राइवर भी गिरफ्तार हो गया है।
6 migrant workers who were walking along the Muzaffarnagar-Saharanpur highway killed after a speeding bus ran over them late last night, near Ghalauli check-post. Case registered against unknown bus driver. pic.twitter.com/s81e7gpYkH
— ANI UP (@ANINewsUP) May 14, 2020