वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारत की बेटियों ने लहराया परचम, 2 गोल्ड समेत चार मेडल जीतकर रचा इतिहास
वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपयिनशिप में भारत की झोली में 2 गोल्ड समेत कुल चार मेडल आए हैं। देश को ये चारों मेडल बेटियों ने जिताई है। मुक्केबाज मीनाक्षी हुड्डा और जैस्मिन लैम्बोरिया ने फाइनल मुकाबलों में शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए गोल्ड पर अपना कब्जा जमाया और देश का नाम रौशन किया।

लिवरपूल। वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2025 में भारत की बेटियों ने कमाल कर दिया। लिवरपूल में आयोजित टूर्नामेंट के इस सीजन में इस बार देश की झोली में चार मेडल आए हैं। जिनमें दो गोल्ड, 1 सिल्वर और 1 कांस्य शामिल हैं। मुक्केबाज मीनाक्षी हुड्डा और जैस्मिन लैम्बोरिया ने फाइनल मुकाबलों में शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए गोल्ड पर अपना कब्जा जमाया और देश का नाम रौशन किया।
हरियाणा की मीनाक्षी हुड्डा ने 48 किलो वर्ग के फाइनल में कजाकिस्तान की नाजिम किजायबाय को 4-1 से मात दिया। नाजिम पेरिस ओलंपिक की ब्रॉन्ज मेडलिस्ट रहृ चुकी हैं, लेकिन इस मैच में मीनाक्षी ने उन्हें कोई मौका नहीं दिया और जीत अपने नाम की।
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भारत को दूसरा गोल्ड जैस्मिन लैम्बोरिया ने दिलाया। उन्होंने 57 किलो वर्ग में पोलैंड की जूलिया स्जेरेमेटा को हराया, जो पेरिस ओलंपिक की सिल्वर मेडलिस्ट रह चुकी हैं। जैस्मिन ने फुर्ती और ताकत से मुकाबले पर पूरी तरह नियंत्रण बनाए रखा और 4-1 से जीत दर्ज की। यह गोल्ड उनके लिए खास इसलिए भी रहा क्योंकि ओलंपिक में निराशा झेलने के बाद इस चैम्पियनशिप में ये उनकी जोरदार वापसी का सूबूत है।
इसके अलावा मुक्केबाज नूपुर श्योराण ने 80 किलो वर्ग में रजत पदक जीता और पूजा रानी ने 80 किलो वर्ग में कांस्य पदक हासिल किया। टूर्नामेंट में नूपुर का प्रदर्शन काफी शानदार था। लेकिन फाइनल मैच में उन्हें पोलैंड की अगाता काजमार्स्का के हाथों 3-2 से हार का सामना करना पड़ा। वहीं, पूजा रानी को सेमीफाइनल में इंग्लैंड की एमिली एस्क्विथ ने मात दिया था।
पुरुष मुक्केबाजों की बात करें तो इस बार उनका प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा। जहां एक तरफ महिला बॉक्सर्स ने दो गोल्ड समेत चार मेडल दिलाए वहीं दस सदस्यीय पुरष टीम में से कोई भी खिलाड़ी मेडल नहीं जीत सका। हालांकि, मुक्केबाज जदुमणि सिंह क्वार्टर फाइनल तक पहुंचने में सफल रहे थे लेकिन बाकी खिलाड़ी शुरुआती दौर में ही बाहर हो गए।