अरुणाचल बॉर्डर पर 90 गांव बसा रहा चीन, लाल आंख की बजाए लाल सलाम की नीति अपना रहे मोदी: कांग्रेस
मोदी सरकार को 2021 से ही इस मामले की जानकारी थी, लेकिन फिर भी सरकार चुप रही। मोदी सरकार की प्राथिमिकता PR स्टंट और स्वयं के झूठे विज्ञापन हैं, भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा नहीं: मल्लिकार्जुन खड़गे

नई दिल्ली। चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। सीमा पर हजारों एकड़ भारतीय भूभाग कब्जाने के बाद अब चीन 90 नए गांव बसा रहा है। द ट्रिब्यून की रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। खबर सामने आने के बाद विपक्ष एक बार फिर मोदी सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह चीन को लाल आंख दिखाने की बजाय लाल सलाम की नीति अपना रहें हैं।
खड़गे ने द ट्रिब्यून की रिपोर्ट पोस्ट करते हुए एक्स पर लिखा, 'भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा, भौगोलिक सम्प्रभुता एवं अखंडता सर्वोपरि है, मोदी सरकार इसे ख़तरे में डाल रही है। हमारा आरोप बड़ी ज़िम्मेदारी के साथ है और तथ्यों के आधार पर है। चीन ने अरुणाचल के बॉर्डर पर 90 नए गाँव बसाने शुरू कर दिए हैं, पहले हमारी सीमा पर 628 ऐसे गाँव चीन बसा चुका है, ऐसा समाचार पत्रों का कहना है। मोदी सरकार सीमा पर 'Vibrant Villages Programme' का ख़ूब प्रचार करती है, संसद में आपने ख़ूब बढ़ा-चढ़ाकर इसका बखान किया है।'
खड़गे ने आगे लिखा, 'लेकिन सच्चाई यह है कि पिछले दो वर्षों में Vibrant Villages Programme' का 90% फंड खर्च नहीं हुआ है। ये योजना फ़रवरी 2023 में लॉन्च की गई थी और ₹4800 करोड़ आवंटित फंड में से केवल ₹509 करोड़ ही ख़र्च हुए हैं। हिमाचल प्रदेश में जहाँ 75 गांव सुधारने हैं, वहाँ केंद्र की मोदी सरकार ने ना के बराबर राशि दी है। दिसंबर 2024 में, चीन ने ब्रह्मपुत्र नदी पर 'दुनिया का सबसे बड़ा बाँध' बनाने की घोषणा की, जो हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा, पर्यावरण और उत्तर-पूर्वी राज्यों के लिए विनाशकारी साबित हो सकता है। ब्रह्मपुत्र नदी, भारत के मीठे पानी के संसाधनों का 30% हिस्सा है, जिससे इसका प्रवाह, भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।'
खड़गे ने आगे लिखा, '2022 में राज्यसभा में विदेश मंत्रालय के एक जवाब के अनुसार, आपकी सरकार ने कहा कि "मार्च 2021 में, चीन ने अपनी 14वीं पंचवर्षीय योजना को अपनाया, जिसमें ब्रह्मपुत्र नदी के निचले इलाकों में hydropower projects की योजनाओं का उल्लेख है। इसका मतलब है कि मोदी सरकार को 2021 से ही इस मामले की जानकारी थी, लेकिन फिर भी, आपकी सरकार बिल्कुल चुप रही। बात स्पष्ट है... मोदी जी, आपकी सरकार की प्राथिमिकता PR स्टंट और स्वयं के झूठे विज्ञापन हैं, भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा नहीं।'