पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह की नोटशीट पर हुई थी आरक्षक सौरभ की नियुक्ति, उपनेता प्रतिपक्ष कटारे ने लगाए गंभीर आरोप

हेमंत कटारे ने कहा कि सौरभ शर्मा दुबई में है, पंजाब में है, दिल्ली में है या कहां है? हो सकता है कि पुलिस जानबूझकर उसको फरार रख रही है। क्योंकि अगर वह पकड़ा गया तो भूपेंद्र सिंह या इन जैसे बड़े लोगों की पोल खुल जाएगी।

Updated: Jan 16, 2025, 06:55 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश के बहुचर्चित पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा के कार से 52 किलो सोना और नकदी बरामद मामले में विधानसभा में उप प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सनसनीखेज खुलासा किया है। कटारे ने कहा कि सौरभ शर्मा की नियुक्ति में तत्कालीन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने नोटशीट लिखी थी। कांग्रेस नेता ने तत्कालीन गृह एवं परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह की लिखी नोटशीट भी जारी की।

कटारे ने पूर्व मंत्री और सागर के खुरई से विधायक भूपेंद्र सिंह के एक बयान का जिक्र करते हुए कहा, 'उन्होंने कहा था आरक्षक की नियुक्ति की फाइल मंत्री तक नहीं आती। ये ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के स्तर से होती है। वह कोई ऐसा एक कागज या नोटशीट दिखा दें, जिसमें मैंने सौरभ शर्मा की नियुक्ति की सिफारिश की हो तो बताए।' कटारे ने मीडिया से सामने नोटशीट दिखाते हुए कहा कि यह है वो नोटशीट जिसमें भूपेंद्र सिंह के हस्ताक्षर हैं।

कटारे ने कहा, 'पूर्व परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने एक कागज दिखाने की बात कही थी। मैं दो-दो कागज सार्वजनिक कर रहा हूं। सौरभ के नियुक्ति पत्र की प्रति तत्कालीन परिवहन मंत्री के निज सचिव को भेजी गई थी। उस आदेश की प्रतिलिपि जिन्हें भेजी गई उसमें लिखा था 'निज सहायक माननीय परिवहन मंत्री जी की नोटशीट क्रमांक 14/09/16 के संदर्भ में सूचनार्थ', इससे यह स्पष्ट होता है कि सौरभ शर्मा की नियुक्ति में तत्कालीन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने नोटशीट लिखी थी।'

कटारे ने कहा, 'मंत्री जी का दूसरा कागज मैं दिखा रहा हूं, जिसमें भूपेंद्र सिंह के हस्ताक्षर की नोटशीट है। इसमें पूर्व मंत्री के साइन है। सवाल ये है कि आरक्षक की भर्ती में मंत्री अभिमत क्यों मांग रहे हैं? मंत्री खुद ही नियुक्ति के लिए कह रहे हैं और अभिमत भी मांग रहे हैं। कागज बता रहे हैं कि मंत्री जी डायरेक्ट इसमें इन्वॉल्व थे।' 

कटारे ने आगे कहा, '12/08/2016 का कलेक्टर का एक पत्र है। उसमें कलेक्टर ने परिवहन आयोग को पत्र लिखा। उसकी कॉपी संचालक स्वास्थ्य सेवाएं, दूसरी प्रतिलिपि सीएमएचओ ग्वालियर और तीसरी सौरभ शर्मा को भेजी। इसमें मंत्री को कहीं कोई कॉपी नहीं भेजी गई है। लेकिन मंत्री जी के सौरभ शर्मा के प्रति इतनी चिंता थी कि उन्होंने स्वत: संज्ञान ले लिया।'

हेमंत कटारे ने कहा कि, 'फरार सौरभ शर्मा को पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कैसे संरक्षण दिया। कैसे नियुक्ति करवाई और मध्यप्रदेश में करप्शन का जो माया जाल है, वह कैसे पैदा हुआ। इसमें भूपेंद्र सिंह की क्या भूमिका है, इसे तथ्यों के साथ सामने रख रहा हूं। सौरभ शर्मा नाम का व्यक्ति मध्य प्रदेश में वर्तमान मुख्यमंत्री से भी ज्यादा पॉपुलर हो चुका है। अभी वह दुबई में है, पंजाब में है, दिल्ली में है या कहां है? मध्य प्रदेश की पुलिस इंटेलिजेंस का यह फैलियर है कि उसकी लोकेशन पुलिस पता नहीं कर पाई। यह भी हो सकता है कि जानबूझकर उसको फरार रख रही है। क्योंकि अगर वह पकड़ा गया तो भूपेंद्र सिंह या इन जैसे बड़े लोगों की पोल खुल जाएगी।'

उपनेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा कि सौरभ शर्मा को जन्म देने वाली उसकी मां के अलावा भ्रष्टाचारी सौरभ शर्मा को जन्म देने वाले भूपेंद्र सिंह हैं। कटारे ने कहा कि सौरभ शर्मा आरक्षक है, लेकिन वह हमेशा जरूरी टोल और चेक पॉइंट पर पदस्थ रहा। वह आरक्षक होकर भी इंस्पेक्टर का काम करता था। करहल, नहर, समरधा चिरुला यहां के सबसे बड़े चेक पॉइंट हैं, वह इन सब चैक पॉइंट्स पर एक साथ भी पदस्थ रहा। यह सब भूपेंद्र सिंह की मदद से हो रहा था।