म्यांमार में भूकंप से 10 हजार लोगों की मौत की आशंका, एक हजार मौतों की हुई पुष्टि, भारत ने बढ़ाया मदद का हाथ

म्यांमार की सैन्य सरकार ने कहा है कि मरने वालों का आंकड़ा एक हजार को पार कर गया है, जबकि 2300 से ज्यादा लोग घायल हैं।

Updated: Mar 29, 2025, 02:58 PM IST

म्यांमार और थाईलैंड में शुक्रवार को आए 7.7 की तीव्रता के भूकंप ने जमकर तबाही मचाई है। अकेले म्यांमार में ही 1000 से ज्यादा लोगों की मौत की जानकारी सामने आई है। वहीं 2300 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। मौतों का आकड़ा और बढ़ सकता है।

यूनाइटेड स्टेट जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) ने आशंका जताई है कि म्यांमार में मृतकों का आंकड़ा 10 हजार से ज्यादा हो सकता है। हालांकि, म्यांमार की सैन्य सरकार ने फिलहाल कहा है कि मरने वालों का आंकड़ा एक हजार को पार कर गया है, जबकि 2300 से ज्यादा लोग घायल हैं। उधर, थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में एक 30 मंजिला इमारत गिर गई है। इसमें 10 लोगों की मौत हुई है।

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म्यांमार में शुक्रवार सुबह 11:50 बजे 7.7 तीव्रता का भूकंप आया। म्यांमार और थाईलैंड में यह 200 साल का सबसे बड़ा भूकंप है। भारी तबाही के चलते म्यांमार के 6 राज्यों और पूरे थाईलैंड में इमरजेंसी लगा दी गई है।

म्यांमार में आए भूकंप के बाद भारत सरकार मदद के लिए आगे आई है। भारत की ओर से 15 टन वाली राहत सामग्री की पहली खेप वहां पहुंच गई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि इसे ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ नाम दिया गया है। भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को सोशल मीडिया पर लिखा कि म्यांमार के लोगों के लिए पहली खेप के रूप में तात्कालिक मानवीय सहायता भेजी गई है।

उन्होंने बताया कि भारतीय वायु सेना का सी-130 प्लेन कंबल, तिरपाल, स्वच्छता किट, स्लीपिंग बैग, सोलर लैंप, फूड पैकेट और किचन सेट ले जा रहा है। प्लेन में एक सर्च और रेस्कूय टीम के अलावा मेडिकल टीम भी है। जयशंकर ने कहा कि हम स्थिति पर नज़र बनाए रखेंगे और आगे भी सहायता भेजी जाएगी।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने म्यांमार और थाईलैंड में भीषण भूंकप की वजह से पैदा हुई स्थिति पर चिंता जताते हुए दोनों देशों को हरसंभव मदद देने का भरोसा दिया था। थाईलैंड और म्यांमार में आए भूकंप के बाद, यहां भारतीय दूतावास ने शुक्रवार को एक हेल्पलाइन नंबर +66 618819218 जारी कर सभी भारतीय नागरिकों से आपातकालीन स्थिति में उससे संपर्क करने को कहा है।