इस समय में किताब : राजेश जोशी और किताबों की यादें
विश्व पुस्तक दिवस पर 23 अप्रैल से हमने एक श्रृंखला आरंभ की है – इस समय में किताब। इस श्रृंखला में किताबों और हमारे समय में उनकी उपादेयता पर चर्चा होगी।
प्रख्यात कवि, साहित्यकार राजेश जोशी ने किताबों के महत्व पर चर्चा करते हुए कहा कि एक ऐसे समय में जब हम अपने घरों में कैद हैं, उसमें किताबें ही हमारी सबसे अच्छी दोस्त हैं। आजकल की चर्चित किताबों की सूची तो यहां वहां मिल जाएगी मगर जोशी ने उन किताबों और उनसे जुड़े इतिहास को याद किया जिन्हें वर्तमान पाठक वर्ग लगभग भूला बैठा है या जो बाजार में उपलब्ध नहीं है।