अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने चार भारतीय कंपनियों पर लगाया प्रतिबंध, ईरान से तेल व्यापार को लेकर एक्शन

अमेरिकी वित्त विभाग की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि जिन भारतीय कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए गए हैं, उनमें कॉसमॉस लाइन्स इंक, बीएसएम मरीन एलएलपी, ऑस्टिनशिप मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड और फ्लक्स मैरीटाइम एलएलपी शामिल हैं।

Updated: Feb 25, 2025, 02:20 PM IST

वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में शपथ के बाद से डोनाल्ड ट्रंप लगातार ऐसे कदम उठा रहे हैं जिसका सीधा खामियाजा भारत को भुगतना पड़ रहा है। टैरिफ को लेकर बयानबाजी से लेकर अन्य वक्तव्यों में भी ट्रंप लगातार भारत पर निशाना साधते नजर आ रहे हैं। इसी बीच अब ट्रंप प्रशासन ने चार भारतीय कंपनियों को प्रतिबंधित कर दिया है।

सोमवार को अमेरिका ने ईरान के पेट्रोलियम और पेट्रोकेमिकल उद्योग से कथित जुड़ाव के लिए 16 कंपनियों पर प्रतिबंध लगाया। इनमें से चार भारतीय कंपनियां भी शामिल हैं। अमेरिकी वित्त विभाग द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, प्रतिबंधित भारतीय कंपनियों में ऑस्टिनशिप मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड, बीएसएम मरीन एलएलपी, कॉसमॉस लाइन्स इंक और फ्लक्स मैरीटाइम एलएलपी शामिल हैं।

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अमेरिकी विदेश विभाग के मुताबिक, इन कंपनियों पर ईरान के पेट्रोलियम और पेट्रोकेमिकल इंडस्ट्रीज से जुड़े व्यापारिक संबंधों की वह से प्रतिबंधित लगाया गया है। बयान में यह भी कहा गया है कि अमेरिका इस अवैध शिपिंग नेटवर्क को बाधित करेगा, जो एशिया में खरीदारों को ईरानी तेल बेचने के लिए काम करता है।

बयान में कहा गया है कि यह नेटवर्क सैकड़ों मिलियन डॉलर के कच्चे तेल के कई बैरल को अवैध शिपिंग के जरिए बेचने की कोशिश कर रहा था। यह कदम राष्ट्रपति ट्रंप के कार्यकाल से शुरू हुई ईरान पर दबाव डालने की नीति का हिस्सा है, जो तेल राजस्व के जरिए ईरान के आतंकवाद को आर्थिक रूप से कमजोर करने के प्रयासों के मद्देनजर लिया गया है।

अमेरिका द्वारा ईरान पर लगाए गए इन नए प्रतिबंधों की वजह से भारतीय कंपनियां प्रभावित हुई हैं। यह कदम अमेरिका की ईरान पर बढ़ते दबाव की नीति का हिस्सा है। इसका मकसद ईरान की आर्थिक गतिविधियों पर नकेल कसना है। बहरहाल, अमेरिका द्वारा भारतीय कंपनियों पर लगाए प्रतिबंध पर अब तक भारत की ओर से कोई कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। भारत के ईरान और अमेरिका दोनों बेहतर संबंध हैं।