चुनावों के लिए हम उन्हें 18 मिलियन डॉलर क्यों दें, ट्रंप ने पांचवीं बार USAID का जिक्र कर भारत पर बोला हमला
ट्रंप ने निशाना साधते हुए कहा कि भारत अमेरिका का फायदा उठाता है। दुनिया के सबसे ज्यादा टैरिफ वाले देशों में से वह एक हैं। हम कुछ भी बेचने की कोशिश करते हैं वे 200 फीसदी टैरिफ लगा देते हैं।

वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच संबंध अच्छे हैं। इसके बावजूद ट्रंप भारत पर निशाना साधने का कोई भी मौका नहीं छोड़ते। ट्रंप ने लगातार पांचवीं बार USAID का जिक्र कर भारत पर हमला बोला है। ट्रंप ने इस बार कहा कि चुनावों के लिए हम उन्हें 18 मिलियन डॉलर क्यों दें। हालांकि, इससे पहले अपने चार वक्तव्य में उन्होंने 21 मिलियन डॉलर की राशि का जिक्र किया था।
ट्रंप ने रविवार को कंजर्वेटिव पॉलिटिकल एक्शन कॉन्फ्रेंस (CPAC) में अपने भाषण के दौरान इस फंडिंग को लेकर दिए गए तर्क पर संदेह जताया और कहा कि अमेरिका को विदेशों में इतनी रकम खर्च करने की जगह अपने मतदाताओं की भागीदारी पर ध्यान देना चाहिए। ट्रंप ने कहा, ‘भारत के चुनावों में मदद के लिए 18 मिलियन डॉलर क्यों? यह क्यों? हम क्यों नहीं पुराने बैलेट सिस्टम पर लौट जाते हैं और उन्हें हमारी चुनावी प्रक्रिया में मदद करने देते हैं। भारत को पैसे की जरूरत नहीं है।’
ट्रंप ने आगे कहा, ‘वे हमारा अच्छी तरह से फायदा उठाते हैं। दुनिया के सबसे ज्यादा टैरिफ वाले देशों में से वह एक हैं। हम कुछ भी बेचने की कोशिश करते हैं वे 200 फीसदी टैरिफ लगा देते हैं, फिर हम उन्हें चुनावों में मदद करने के लिए ढेर सारा पैसा दे रहे हैं।’ इसके साथ ही उन्होंने अमेरिका में होने वाले चुनाव में भारत की मदद लेने की भी बात कही है।
बता दें कि भारतीय इलेक्शन में अमेरिकी फंडिंग को लेकर भारत में भी राजनीति गर्म है। शनिवार को भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस आरोप पर चिंता जताई और कहा की कि भारत में मतदान के लिए USAID ने 21 मिलियन डॉलर का वित्तपोषण किया था। यह चिंताजनक है, और अगर इसमें कुछ है, तो देश को पता होना चाहिए कि इसमें कौन लोग शामिल हैं। वहीं, विपक्षी दल कांग्रेस पूछ रही है कि आखिर यह रुपए किसे मिले? चूंकि एक वक्तव्य में ट्रंप ने स्पष्ट कहा कि यह राशि मेरे दोस्त पीएम मोदी को भेजे गए थे।
इधर वित्त मंत्रालय ने इस तरह के किसी भी फंडिंग से साफ इनकार किया है। वित्त मंत्रालय ने कहा कि भारत को USAID से अभी 7 प्रोजेक्ट के लिए 840 करोड़ रुपए मिल रहे हैं लेकिन इसमें वोटर टर्नआउट के नाम पर किसी प्रोजेक्ट में फंड नहीं मिल रहा है।