हिंसा और आगजनी के बीच नेपाल में फंसे MP के 14 लोग, पीएम मोदी से लगाई सुरक्षित निकालने की गुहार
बीते कुछ दिनों से नेपाल में सरकार के खिलाफ जारी विरोध प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया है। ऐसे में भारत से वहां घूमने गए हजारों यात्री बढ़ती हिंसा के बीच वहां फंसे हैं। इनमें मध्य प्रदेश के चार परिवारों के 14 लोग भी शामिल हैं जिन्होंने पीएम मोदी से उन्हें वहां से सुरक्षित बाहर निकालने की गुहार लगाई है।

छतरपुर। भारत के पड़ोसी देश नेपाल में बीते कुछ दिनों से अशांती का माहौल है। सरकार के खिलाफ शुरु हुए विरोध प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया है। इस बीच हजारों भारतीय नागरिकों के वहां फंसे होने की खबर सामने आई है। इनमें मध्य प्रदेश के 4 परिवार के 14 लोग भी शामिल हैं। ये राज्य के छतरपुर के रहने वाले हैं। इन चारों परिवार के लोगों ने भारतीय प्रधानमंत्री से उन्हें वहां से सुरक्षित बाहर निकालने की गुहार लगाई है।
नेपाल के काठमांडू स्थित एक होटल में फंसे इन चार परिवार में छतरपुर कोतवाली इलाके के गल्ला मंडी ने रहने बाले व्यापारी पप्पू मातेले, ट्रांसपोर्ट कारोबारी निर्देश अग्रवाल, गुड्डू अग्रवाल और एक कुशवाहा परिवार शामिल है। जानकारी के मुताबिक, ये चारों परिवार काठमांडू घूमने गए थे। लेकिन अचानक विरोध प्रदर्शन के हिंसक रूप लेने की वजह से ये वहीं फंस गए। इन चार परिवारों में बच्चें समेत कुल 14 लोग शामिल हैं।
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बढ़ते हिंसक प्रदर्शन के बीच इन चारों परिवार के लोगों में भय का माहौल बना हुआ है। काठमांडू के होटल में फंसे छतरपुर के निर्देश अग्रवाल ने वहां हो रही हिंसा और अगजनी का वीडियो बनाकर साझा किया और पीएम मोदी से गुहार लगाई कि वह उन्हें सुरक्षित नेपाल से बाहर निकालें। बता नेता की नेपाल में राजस्थान के सबसे ज्यादा 4000 लोग फंसे हुए हैं।
देश में बढ़ते हिंसक प्रदर्शन और लगातार बिगड़ते हालातों को देखते हुए भारत-नेपाल बॉर्डर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। केंद्रीय एजेंसियों ने वहां से हिंसा का फायदा उठा उपद्रवियों के भारत में घुसने का भी अलर्ट जारी किया है। हालांकि, विदेश मंत्रालय ने वहां फंसे भारतीय नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है। जारी किए गए एडवाइजरी में कहा गया है कि बिना वजह बाहर ना निकलें और सुरक्षित स्थान पर बने रहें। साथ ही विदेश मंत्रालय ने वहां फंसे लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर्स भी जारी किए हैं। जो भी भारतीय नागरिक अब भी नेपाल में हिंसा के बीच फंसे हैं वह (+977–980 860 2881 / +977–981 032 6134) इन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं।