भोपाल के रेलवे ओवर ब्रिज में 88 डिग्री का टर्न, 18 करोड़ रुपए की लागत से बना है यह अद्भुत नमूना

ब्रिज के निर्माण के समय रेलवे ने भी 90 डिग्री की इस टर्निंग पर आपत्ति की थी। लेकिन पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों ने यहां जगह कम होने का हवाला देते हुए कहा कि और कोई विकल्प नहीं है।

Updated: Jun 11, 2025, 05:15 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में निर्माण कार्यों में व्याप्त भ्रष्टाचार किसी से छिपी नहीं है। भ्रष्टाचार की अंधी दौड़ में अक्सर राज्य में इंजीनियरिंग के अद्भुत नमूने भी देखने को मिलते हैं। ऐसा ही अद्भुत नमूना अब राजधानी भोपाल में देखने को मिला है।।दस साल से ज्यादा के इंतजार के बाद तैयार होने जा रहे ऐशबाग आरओबी को 88 डिग्री का टर्न दिया गया है।

दरअसल, यह टर्निंग एक एक्सीडेंट जोन बनने जा रही है। इस ब्रिज पर आने के बाद वाहनों को लगभग 90 डिग्री पर मुड़ना होगा। इस एंगल पर वाहन मोड़ने पर गाड़ियां ब्रिज की दीवार से टकरा सकती हैं या सामने से आ रही गाड़ी से भी एक्सीडेंट हो सकता है।

एक आम व्यक्ति भी बता सकता है कि ऐसे मोड़ों पर टर्निंग रेडियस ज़्यादा होनी चाहिए, ताकि वाहन सुरक्षित गति से मुड़ सकें। लेकिन यहाँ तो विशेषज्ञों की देखरेख में ओवर ब्रिज का निर्माण हुआ है। लेकिन लोगों को समझ नहीं आ रहा कि यहां गाड़ी को आखिर मोड़ा कैसे जाएगा। 18 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित इस ब्रिज की लंबाई 648 मीटर और चौड़ाई 08 मीटर है।

बताया जा रहा है कि ब्रिज के निर्माण के समय रेलवे ने भी 90 डिग्री की इस टर्निंग पर आपत्ति की थी। लेकिन पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों ने यहां जगह कम होने का हवाला देते हुए कहा कि और कोई विकल्प नहीं है। ऐशबाग रेलवे क्रॉसिंग बंद होने के बाद इस इलाके के लिए आरओबी एक बड़ी जरूरत है, इसलिए कम जगह में भी इसे बनाना होगा। बहरहाल, अब सवाल ये है कि ये ब्रिज बन तो गया लेकिन क्या यहां वाहनों का सुगम परिचालन संभव हो सकेगा।