यह सरकार निरंकुश होने के साथ ही अत्याचारी भी हो गई है, सुरखी में दलितों के घर तोड़े जाने पर बरसे कमलनाथ

सुरखी के रेपुरा गांव में 10 मकान गिराने पर कांग्रेस का आरोप "गोविंद सिंह राजपूत के निर्देश पर गिराए गए मकान", कमलनाथ बोले- उन्हें हर कीमत पर न्याय दिलाकर रहेगी कांग्रेस

Updated: Jun 22, 2023, 03:43 PM IST

सागर। सागर जिले की सुरखी विधानसभा में दस दलित परिवारों के मकान गिराए जाने के बाद राज्य सरकार की चौतरफा किरकिरी हो रही है। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा है कि यह सरकार निरंकुश होने के साथ ही अत्याचारी भी हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने का भी आश्वासन दिया है।

कमलनाथ ने ट्वीट किया, "सागर जिले के सुरखी में जिस तरह से शिवराज सरकार ने दलित समुदाय के लोगों के घरों पर बुलडोजर चलाया है, उससे स्पष्ट है कि यह सरकार निरंकुश होने के साथ ही अन्यायी, अत्याचारी और अमानुषिक हो गई है।.कांग्रेस पार्टी इस संकट की घड़ी में पीड़ित परिवारों साथ हैं और उन्हें हर कीमत पर न्याय दिलाकर रहेगी।"

वहीं, कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने कहा कि सागर के सुरखी में दलित समुदाय के घरों पर बुलडोजर चलाने की घटना ने मध्य प्रदेश को शर्मिंदा और शर्मसार किया है। बता दें कि वन विभाग की टीम द्वारा बुधवार को सागर में 10 से ज्यादा मकानों पर बुलडोजर चलाया गया था। इस घटना को पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने न सिर्फ प्रमुखता से उठाया बल्की आनन फानन में पीड़ितों से मिलने उनके गांव पहुंचे।

दिग्विजय सिंह ने गुरुवार दोपहर रैपुरा जाकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। पीड़ित परिवारों का कहना है कि परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के इशारे पर बारिश के मौसम में उनके सिर से छत छीन ली गई। ये मकान प्रधानमंत्री आवास योजना में बने थे। सागर जिले में स्थानीय नेताओं के दबाव में हो रही प्रशासन की कार्रवाइयों को लेकर कांग्रेस अब आर-पार की लड़ाई के मूड में है।

स्थानीय रहवासी दशरथ अहिरवार और राजू अहिरवार ने मीडिया से कहा कि, 'प्रशासन ने द्वेषभावना पूर्वक मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के इशारे पर ये कार्रवाई की है। हमें कोई नोटिस नहीं दिया और न ही कोई सूचना दी। एक तरफ मुख्यमंत्री जी कह रहे हैं कि सबको पक्का मकान दिया जाएगा और दूसरी तरफ हम अनुसूचित जाति वर्ग के परिवारों के बने-बनाए मकान गिरा दिए हैं। बारिश के मौसम में छोटे-छोटे बच्चों और बुजुर्गों के सिर से छत छीन ली।'