PM मोदी के फोटो फ्रेम से CM शिवराज को हटाने के मामले पर कलेक्टर भोपाल की नई थ्योरी
बिरसा मुंडा जयंती पर सोमवार को भोपाल पहुंचे थे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के मुताबिक फोटो फ्रेम के चक्कर में सीएम शिवराज को उनके साथ चलने से रोका गया, भोपाल कलेक्टर ने किया खंडन

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को अमर शहीद भगवान बिरसा मुंडा की जयंती मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल पहुंचे थे। पीएम मोदी के भोपाल आगमन से जुड़े कई किस्से काफी सुर्खियां बटोर रहे हैं। इनमें एक किस्सा ये है कि प्रधानमंत्री मोदी के फोटो फ्रेम के चक्कर में सीएम शिवराज को उनके साथ चलने के बजाए पीछे चलने को कहा गया। हालांकि, भोपाल कलेक्टर ने अब इसे झूठ बताते हुए नई थ्योरी दी है।
कलेक्टर भोपाल अविनाश लवानिया ने कहा है कि मैं इस बात को पूर्णतः खंडन करता हूं कि पीएम मोदी के भोपाल दौरे में सीएम शिवराज को सुरक्षा अधिकारियों द्वारा रोका गया। भोपाल कलेक्टर ने कहा, 'सत्य ये है कि मैं सीएम को महत्वपूर्ण संदेश देने गया था, जिसे सुनने के लिए वे रुके और सुनकर फिर आगे बढ़ गए।'
वास्तविकता में मेरे द्वारा कार्यक्रम सम्बन्धी महत्वपूर्ण संदेश मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj को दिया गया , जिसे उन्होंने रुक कर सुना और तुरंत ही आगे बढ़ गए । @CollectorBhopal लवानिया @CMMadhyaPradesh @JansamparkMP
— Collector Bhopal (@CollectorBhopal) November 17, 2021
दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया था जिसमें सीएम शिवराज पीएम मोदी के साथ चल रहे थे। तभी पीछे से एक अधिकारी आकर सीएम को रोकता है और कान में कुछ कहता है। इस दौरान पीएम मोदी आगे बढ़ जाते हैं। इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा था कि प्रधानमंत्री के सुरक्षा अधिकारी ने उन्हें रोका था ताकि फोटो फ्रेम न बिगड़े। कांग्रेस ने भी इस वीडियो को इसी तरह पेश किया।
कांग्रेस अब इतने बड़े सफल कार्यक्रम में अपनी छोटी छोटी खुशियां ढूंढ रही है।
— Shivraj Singh Dabi (@ShivrajDabi) November 16, 2021
जो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को संदेश देने आए थे वह भोपाल कलेक्टर थे जो कुछ महत्वपूर्ण संदेश देकर चले गए।
उसके बाद मुख्यमंत्री जी और प्रधानमंत्री जी दोनों ने साथ साथ चलकर अवलोकन किया।@INCMP https://t.co/AFvX6CzxAx
एमपी बीजेपी आईटी सेल के पूर्व प्रभारी शिवराज डाबी ने अगले दिन ही इसका खंडन करते हुए दावा किया था कि, 'जो सीएम शिवराज को संदेश देने आए थे वह भोपाल कलेक्टर थे और कुछ महत्वपूर्ण संदेश देकर चले गए।' अब खुद कलेक्टर भोपाल ने भी डाबी के दावे को ही सत्य बताते हुए फोटो फ्रेम वाली बात को खारिज किया है। ऐसे में यह भी कहा जा रहा है कि भोपाल कलेक्टर आईटी सेल की भाषा बोल रहे हैं।