राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह को लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड, संसदीय परंपराओं के संरक्षण के लिए किया गया सम्मानित
Lokmat Parliamentary Awards की ओर से लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड ऐसे सांसद को दिया जाता है, जिसने अपने पूरे राजनीतिक जीवन को लोकतंत्र, संविधान और संसदीय परंपराओं के संरक्षण व संवर्धन के लिए समर्पित किया हो।
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह को लोकमत पार्लियामेंट्री अवॉर्ड्स के तहत लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। लोकतंत्र, संविधान और संसदीय परंपराओं के संरक्षण में उनके दीर्घकालीन योगदान के लिए उन्हें यह प्रतिष्ठित सम्मान प्रदान किया गया है।
लोकमत पार्लियामेंट्री अवॉर्ड्स के छठे संस्करण के तहत दिल्ली स्थित महाराष्ट्र सदन में आयोजित समारोह में बुधवार को उन्हें यह सम्मान प्रदान किया गया। लोकमत मीडिया ग्रुप के चेयरमैन विजय दरदा ने बताया कि लोकमत संसदीय पुरस्कार 2017 में शुरू किया गया था। यह उन सांसदों को सम्मानित करने की हमारी पहल है जो प्रगति लाते हैं, आशा पैदा करते हैं और हमारे देश के लिए प्रेरणा और गौरव का स्रोत हैं।
विजय दरदा ने बताया कि लोकमत पार्लियामेंट्री अवॉर्ड्स 2024–25 की स्वतंत्र जूरी ने सर्वसम्मति से दिग्विजय सिंह को लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड के लिए चुना है। जूरी का मानना है कि दिग्विजय सिंह राज्यसभा में अपने दीर्घ संसदीय जीवन के दौरान संवैधानिक मूल्यों, सामाजिक न्याय और लोकतांत्रिक मर्यादाओं के अडिग प्रहरी के रूप में सदैव अग्रणी रहे हैं। उन्होंने अपने पूरे राजनीतिक जीवन में संसदीय लोकतंत्र और संवैधानिक मूल्यों को मजबूती देने में अहम भूमिका निभाई है।
इस अवसर पर जलशक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल, ‘लोकमत पार्लियामेंटरी अवॉर्ड’ की ज्यूरी के अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल तथा सहकार और नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल उपस्थित रहे। सुप्रीम कोर्ट के पूर्व प्रधान न्यायाधीश भूषण गवई की भी विशेष उपस्थिति रही।
बता दें कि लोकमत पार्लियामेंट्री अवार्ड्स के तहत लोकसभा और राज्यसभा के उन सांसदों को सम्मानित किया जाता है, जिन्होंने संसद की गरिमा और लोकतांत्रिक संस्थाओं को मजबूत करने में उल्लेखनीय योगदान दिया हो। लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड ऐसे सांसद को दिया जाता है, जिसने अपने राजनीतिक जीवन को लोकतंत्र, संविधान और संसदीय परंपराओं के संरक्षण व संवर्धन के लिए समर्पित किया हो। इससे पहले यह सम्मान डॉ. मनमोहन सिंह, शरद पवार और मल्लिकार्जुन खड़गे जैसे वरिष्ठ नेताओं को दिया जा चुका है।




