MCU लोकपाल के विरुद्ध पुलिस कमिश्नर से शिकायत, शीर्ष कांग्रेस नेताओं के खिलाफ की थी अनर्गल टिपण्णी

एनएसयूआई ने भोपाल पुलिस कमिश्नर को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया गया और उचित कार्रवाई नहीं की गई, तो वे व्यापक स्तर पर आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।

Updated: Jan 22, 2025, 07:08 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के लोकपाल की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। छात्र संगठन NSUI ने लोकपाल ओमप्रकाश सुनरया के खिलाफ बुधवार को भोपाल पुलिस कमिश्नर से शिकायत की है। सुनरया पर कांग्रेस के शीर्ष नेताओं राहुल गांधी और दिग्विजय सिंह के विरुद्ध अनर्गल टिप्पणी का आरोप है।

एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष चौकसे ने बुधवार दोपहर भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी से मिलकर MCU लोकपाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की। चौकसे ने कहा कि एमसीयू के लोकपाल लगातार सोशल मिडिया पर लोकसभा नेताप्रतिपक्ष राहुल गांधी एवं कई अन्य जनप्रतिनिधियों और धार्मिक भड़काऊ पोस्ट कर रहे हैं। 

चौकसे ने कहा कि पुलिस कमिश्नर से मांग की है कि लोकपाल के विरुद्ध जांच कर जल्द से जल्द एफआईआर दर्ज कराएं। एनएसयूआई ने भोपाल पुलिस कमिश्नर को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया गया और उचित कार्रवाई नहीं की गई, तो वे व्यापक स्तर पर आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि यह घटना निंदनीय है और इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

NSUI के प्रदेश सह सचिव अमन पठान ने कहा कि लोकपाल जैसे सम्मानित पद पर रहते हुए इस प्रकार की टिप्पणियां करना न केवल पद की गरिमा के विपरीत है, बल्कि यह लोकतांत्रिक मूल्यों पर भी हमला है। वहीं, विश्वविद्यालय प्रभारी तनय शर्मा ने कहा कि लोकपाल को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह एवं कांग्रेस पार्टी से माफी मांगनी चाहिए। 

बता दें कि इस मामले में बीते रविवार को NSUI ने रातीबड़ थाने में भी लिखित शिकायत की थी। दरअसल, लोकपाल ओमप्रकाश सुनराया ने सोशल मीडिया अकाउंट पर लोकसभा प्रतिपक्ष राहुल गांधी, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और कांग्रेस पार्टी पर अनर्गल पोस्ट की है। जिसके चलते एनएसयूआई ने उनके खिलाफ भड़काऊ बयानबाजी और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया है।

एनएसयूआई ने अपनी शिकायत में इन आरोपों को साबित करने के लिए कई दस्तावेज और स्क्रीनशॉट पेश किए हैं। इन सबूतों के आधार पर उन्होंने पुलिस से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। इससे पहले विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भी इसकी निंदा की थी। सिंघार ने कहा कि ये विश्वविद्यालय है या कांग्रेस की आलोचना का अड्डा। MCU के स्टाफ ने क्या इसे BJP का दफ्तर समझ लिया है। इस विश्वविद्यालय में पत्रकारिता की शिक्षा को मजाक बना दिया गया है। पद भी उसे ही दिया जाता है, जो कांग्रेस के खिलाफ राजनीतिक बयानबाजी करे। कांग्रेस अपने वरिष्ठ नेताओं का ऐसा अपमान सहन नहीं करेगी।